-उत्तरायणी मेले के मंच से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने दिया बड़ा संदेश, बोले, सांस्कृतिक धरोहर को आगे ले जाते हैं मेले
-उत्तराखंड को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने की दी जानकारी, मेले की भी आमजन को दी बधाई
उत्तरायणी मेले के मंच पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। |
प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, बरेली
शहर में लगे उत्तरायणी मेले में पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखंड से निकलने वाली तमाम नदियां पूरे देश को लाभ देती हैं, वैसे ही जल्द समान नागरिक संहिता की गंगोत्री से भी पूरा देश लाभांवित होगा। बोले, समान नागरिक संहिता का विधेयक तैयार हो गया है। इसी माह इसे उत्तराखंड में लागू कर दिया जाएगा।
उत्तरायणी जनकल्याण समिति की ओर से बरेली क्लब के मैदान पर आयोजित उत्तरायणी मेले के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड में लिए गए नीतिगत फैसलों की जानकारी दी। बोले, उत्तराखंड में धर्मांतरण की घटनाओं को रोकने के लिए धर्मांतरण रोधी कानू बनाया। हल्द्वानी में पिछले साल उपद्रव हुआ, जिसके बाद सख्त दंगा रोधी कानून लागू किया। योग्य युवक परीक्षाओं में रह जाते थे।
नकल माफियाओं से सांठगांठ कर चंद लोग नौकरी पा जाते थे। इसे रोकने को सख्त नकल रोधी कानून बनाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कानून का उदाहरण अन्य प्रदेशों में रखा। तीन साल में हमने 19 हजार युवाओं को नौकरी दी। लैंड जिहाद के खिलाफ काम कर पांच हजार एकड़ जमीन खाली कराई। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए गए प्रयासों के बारे में बताया।
बोले, देवभूमि में पर्यटकों की संख्या लगाता बढ़ रही है। बाबा केदारनाथ में जीर्णोद्धार कराया गया है। हरिद्वार में मां गंगा के तट पर कारिडोर बनाने की योजना है। मां पूर्णागिरि मंदिर के सुधार के साथ ही वहां मां शारदा नदी के तट पर भी कारीडोर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को एडवेंचर टूरिज्म हब, वेडिंग डेस्टिनेशन हब, फिल्म शूटिंग हब के रूप में भी विकसित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में ग्रामीण महिलाएं अच्छा काम कर रही हैं। कई तरह के ब्रांड बना रही हैं। उनकी आर्थिकी बढ़ाने पर भी काम हो रहा है। उनके ब्रांड एक ही नाम ‘हाउस आफ हिमालय, उत्तराखंड’ से सरकार बाजार में ला रही है। एक लाख महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। उन्होंने आगामी दिनों में उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में आने का आमंत्रण भी दिया।
शहर में उत्तराखंड की संस्कृति देख प्रफुल्लित हुए मुख्यमंत्री
उत्तरायणी मेले के मंच से सर्वप्रथम मुख्यमंत्री धामी ने खुद को उत्तराखंड का सेवक बताया। फिर सभी को उत्तरायणी पर्व, मकर सक्रांति की बधाई दी। मंच से बोले, महिलाओं को नथ, गलोबंद, पिछौड़ा (पारंपरिक वेशभूषा) में देखकर मन प्रफुल्लित हुआ। लग रहा बरेली में नहीं उत्तराखंड में हूं। उन्होंने बताया कि ऐसे मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सजोने और आगे बढ़ाने का काम करते हैं। कलाकारों को अवसर मिलता है आगे आने का। लोकगीत, लोकनृत्य, पौराणिक परिवेश को अगली पीढ़ी में ढालने का यह मेले अवसर देते हैं।
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