Uttar Pradesh politics: कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद बोले- भाजपा न सीट दे रही और ना ही सिंबल

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कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद।


प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, लखनऊ 


उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) BJP सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अब भाजपा के सहयोग दल मुखर होने लगे हैं। पहले अपना दल के आशीष पटेल ने अपनी सरकार व एसटीएफ को घेरा था। अब योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने बगावती तेवर दिखाए हैं। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने कहा कि भाजपा न तो हमें सीट दे रही है और ना ही सिंबल। यही कारण रहा कि लोकसभा चुनाव में हार मिली। संत कबीर नगर में प्रवीण निषाद की हार में भाजपाइयों का ही हाथ रहा है। सहयोग दलों के ऐसे बयान आपसी समन्वय न होने और सरकार में सबकुछ ठीक नहीं होने का संकेत है।



डॉ. संजय निषाद ने कहा कि हम भाजपा के साथ हैं, लेकिन मछुआ समाज पीडीए के साथ चला गया है। भाजपा नहीं चेती तो वर्ष 2027 में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। डा. संजय निषाद ने यह बातें शुक्रवार को आजमगढ़ के कोटवा स्थित सर्किट हाउस मेें प्रेसवार्ता में कही।



डा. संजय निषाद ने कहा कि मछुआ समाज को आरक्षण का लाभ अभी तक नहीं मिला है। यही कारण है कि समाज वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के साथ चला गया था, जिसका खामियाजा भाजपा को उठाना पड़ा। प्रदेश की 43 लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा को मछुआ समाज को आरक्षण का लाभ दिलाना होगा। कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के बगावती तेवर का संजय निषाद ने समर्थन किया। कहा, कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो छवि खराब करने का काम कर रहे हैं।



कैबिनेट मंत्री ने कहा कि निषाद पार्टी जिसके साथ रहती है, वह मजबूती के साथ खड़ी रहती है। जब समाजवादी पार्टी ने दरवाजा बंद कर दिया तब हम भाजपा के साथ आए लेकिन यहां भी सब कुछ सही नहीं चल रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान संत कबीर नगर सीट से प्रवीण निषाद को हराने में भाजपा के लोगों का हाथ रहा लेकिन उन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।



मझवा से उनके विधायक को तोड़कर भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया । मछुआ समाज को सम्मान नहीं मिला। जिले की अतरौलिया विधानसभा सीट के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कैबिनेट मंत्री कहा कि अतरौलिया विधानसभा में हमें सबसे ज्यादा मत मिला था। इस बार भी हम अतरौलिया विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि एनडीए की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की नजर अतरौलिया सीट पर है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अच्छे हैं, हमारे मार्गदर्शक हैं लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो लगातार ऐसा काम कर रहे हैं जिससे वोटर नाराज हो जाए, जनता नाराज हो जाए और सहयोगी दल के नेता नाराज हो जाएं। यह अधिकारी सरकार की छवि को खराब कर रहे हैं और विपक्ष को लाभ पहुंचने का काम कर रहे हैं।



उन्होंने कहा कि की प्रदेश में कुछ ऐसे राजनीतिक दल है, जो जातीय और धार्मिक संघर्ष कराकर ही जिंदा रह सकते हैं। संभल हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो भी सर्वे हो रहा है, वह पुरातत्व विभाग कर रहा है। उसमें सरकार का लेना-देना नहीं है। पिछली सरकारों में पुरातत्व विभाग को सही तरीके से काम नहीं करने दिया जाता था ।


कहा कि संभल में जो हिंसा हुई वह जांच का विषय है। जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने भाजपा को आगाह किया कि निषाद पार्टी तो भाजपा से नाराज नहीं है लेकिन उनका मछुआ समाज एनडीए से नाराज चल रहा है। अगर उसकी नाराजगी दूर नहीं की गई तो यह समाज वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में सबक सिखा देगा।

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