Prayagraj MahaKumbh : महाकुंभ तीर्थ क्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध, कहीं पर भी प्रयोग होता न दिखे

0


नगर विकास मंत्री ने अधिकारियों संग निकायों की व्यवस्थाओं व कार्यों की वर्चुअल माध्यम से की समीक्षा बैठक 


महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते सभी नगर निकायों की स्वच्छता एवं सुंदरता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत 


महाकुंभ को दिव्य, अलौकिक और अद्वितीय बनाने के लिए मंत्री ने नगर निकाय के सभी अफसरों का बढ़ाया उत्साह 


प्रयागराज समेत प्रमुख धार्मिक स्थलों में अयोध्या, काशी, विंध्याचल देवी, चित्रकूटधाम का सौंदर्यीकरण करने का निर्देश 


वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक करते नगर विकास मंत्री एके शर्मा।

समीक्षा बैठक करते नगर विकास मंत्री एके शर्मा।



प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, लखनऊ


नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्था में नगर विकास विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रयागराज के क्षेत्रों में देश की भव्यता, तीर्थराज की दिव्यता और प्रदेश की आधुनिकता दर्शाने को हर संभव प्रयास किए जाएं। महाकुंभ तीर्थ क्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध रहे, कहीं भी प्रयोग न दिखे। वह शनिवार को नगर विकास विभाग के उच्च अधिकारियों, नगर निगमों के नगर आयुक्तों एवं नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों के साथ महाकुंभ को लेकर नगरीय व्यवस्थाओं, स्वच्छता कार्यों की वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक कर रहे थे। 


समीक्षा बैठक करते नगर विकास मंत्री एके शर्मा।



उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत सभी नगरीय निकायों की स्वच्छता व सुंदरता पर विशेष ध्यान देंगे, जिससे कि इन नगरों से होकर जाने वाले तीर्थयात्रियों को अच्छा अनुभव हो। महाकुंभ को यूनेस्को ने विश्व धरोहर के रुप में शामिल किया है, इसलिए यहां विदेशी संस्थाएं व अन्य अनुसंधान संस्थान आएंगे। इसकी निगरानी और स्टडी भी करेंगे। हमने जैसे G-20 में व्यवस्था की थी, वैसी ही व्यवस्था करनी है। 



उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में प्रदेश में करोड़ों लोग आ रहे है। प्रयागराज सहित अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे- अयोध्या, काशी, विंध्याचल देवी, चित्रकूट पर भी सौंदर्यीकरण और नगर सुशोभन की समुचित व्यवस्था की जाए। व्यापारिक संगठनों से भी नगरों के सुशोभन में मदद ली जाय। उनसे अपने घरों व प्रतिष्ठानों को लाइटिंग इत्यादि से सुशोभित करने का भी अनुरोध करें। सभी नगरों के चौराहों का सौंदर्यीकरण अवश्य कराएं। नगरों में स्थित हेरिटेज स्थलों को रोशन करके दिव्य व भव्य दिखाएं। जैसे अपने घरों में उत्सव की तैयारी करते हैं वैसे ही पूरे प्रदेश में उत्सव का माहौल रहे।



उन्होंने कहा कि महाकुंभ के नजदीक के जिलों में रात भर लोगों का आना जाना रहेगा। इन मार्गों पर ठंड से बचाव को अलाव की व्यवस्था की जाए। अस्थाई शेल्टर होम्स विशेषकर स्टेशनों व बस अड्डे के पास बनाए जाएं। सफाई मित्रों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। नगर निकाय अपनी मशीनों को दुरुस्त रखें और डीजल की समुचित व्यवस्था रखें। प्रत्येक अधिशासी अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में ही रहें। 



उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि प्रयागराज में नगरीय सुगमता -स्वच्छता-सुंदरता बढ़ाने हेतु शहर की मुख्य सड़कों से अंदरूनी गलियों तक कहीं भी गड्ढा, गंदगी या अंधेरा न रहे। कोई नाली या सीवर बंद न हो और जल निकासी की समस्या न रहे। नए निर्माण होने के कारण मलवा पड़ा न रहे। अगर कोई कार्यदायी संस्था मलवा छोड़कर गई हो अथवा नाले और सीवर में डाल कर गई हो तो उसकी सफ़ाई कराएं। साथ ही उस संस्था का भुगतान रोकने समेत कार्रवाई भी करें। शहर में कहीं अंधेरा न रहे, सभी स्ट्रीट लाइट चालू रहें। 



मंत्री ने प्रयागराज नगर आयुक्त से कहा कि सभी प्रकार के सामान व मानव बल की उपलब्धता मुख्यालय से करा लें। मलबा एकत्र होने वाले स्थान के पास नाले का निरीक्षण करें, चोक होने की स्थिति में तत्काल सफाई कराएं। सभासद और पार्षदों के साथ मिलकर कार्य करें, उन्हें स्टोर व सामान उपलब्ध कराएं। पर्याप्त मैनपावर और मशीन की व्यवस्था रखें। मुख्य मार्गों पर निर्माण सामग्री नहीं रहनी चाहिए। स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त कराएं। प्रयागराज में पर्याप्त मात्रा में संकेतक अवश्य लगाएं। नगर विकास विभाग की अधिक से अधिक ब्रांडिंग करें। प्रतिदिन अलग अलग वार्डों में सफाई कराएं। कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए डीसीसीसी राउंड द क्लाक चलाना है।



महाकुंभ के लिए प्रदेश के सभी निकायों में सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई, ठंड से बचाव के समुचित उपायों में अलाव व आश्रय स्थल रहें। निराश्रित लोगों के सुरक्षित रुकने-भोजन आदि की भी सुविधा रहे। महाकुंभ में देश-विदेश से 40-45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। इसलिए नये भारत के नए उत्तर प्रदेश का दर्शन कराना है। प्रयागराज के आसपास के क्षेत्रों में पूर्वांचल के जिले, बुन्देलखण्ड के जिले व मध्यांचल के जिले जो विशेषकर प्रयागराज से नज़दीक हैं या जुड़ते हैं उन मार्गों साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण हो। स्वागत के लिए होर्डिंग लगे और सड़क किनारे के मकानों-दुकानों पर लाइटिंग की जाए, ऐसा लगे जैसे उत्सव का माहौल है। भीड़ बढ़ने से पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता रहे। पर्याप्त संकेतकों को लगाने के साथ व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए सभी विभागों से सम्पर्क स्थापित करें। मंडी एके शर्मा ने बैठक में कहा कि हम सब मिलकर इस महापर्व को दिव्य, अलौकिक और अद्वितीय बनाएंगे।



Post a Comment

0 Comments

if you have any doubt,pl let me know

Post a Comment (0)
To Top