Prarabdh Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग (05 जनवरी 2025)

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दिनांक : 05 जनवरी 2025


दिन : रविवार 


विक्रम संवत् : 2081


अयन : दक्षिणायन


ऋतु : शिशिर


मास : पौष


पक्ष : शुक्ल


तिथि : षष्ठी रात्रि 08:15 तक, तत्पश्चात सप्तमी 


नक्षत्र : पूर्वाभाद्रपद रात्रि 08:18 बजे तक तत्पश्चात उत्तरा भाद्रपद 


योग : व्यतिपात प्रातः 07:32 बजे तक, तत्पश्चात वरीयान 


राहु काल : सुबह 11:24 बजे से दोपहर 12:44 बजे तक


सूर्योदय : प्रातः 06:58 बजे 


सूर्यास्त : संध्या 05:32 बजे 


दिशा शूल : पश्चिम दिशा में बजे 


ब्रह्ममुहूर्त : प्रातः 05:10; बजे से 06:04 बजे तक


अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:53 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक


निशिता मुहूर्त : रात्रि 11:47 बजे से रात्रि 12:41 बजे तक


व्रत पर्व विवरण


स्कन्द षष्ठी, पञ्चक, त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग


 घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय 


 05 जनवरी 2025 रविवार को रात्रि 08:15 बजे से 06 जनवरी सूर्योदय तक रविवारीय सप्तमी है।


रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बरगद के 108 फेरे लें। सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग लगाएं, दान करें। तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-

 "जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम।
 तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।"


नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी।

 मंत्र जप एवं शुभ संकल्प के लिए विशेष तिथि 


सोमवती अमावस्या, रविवारीय सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गई हैं। इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान, दान व श्राद्ध अक्षय होता है।
 (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याया (10)
           
 रविवार सप्तमी 

रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता है।

रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं। बीमार व्यक्ति न कर सके तो कोई और व्यक्ति उसके लिए यह व्रत कर सकता है। इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिए।

 सूर्य भगवान पूजन विधि 

1. सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ  और आरती करें।


2. जल में थोड़े चावल, शक्कर, गुड, लाल फूल या लाल कुमकुम (सिंदूर) मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।

 सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र 

 1. ॐ मित्राय नमः।
 2. ॐ रवये नमः।
 3. ॐ सूर्याय नमः।
 4. ॐ भानवे नमः।
 5. ॐ खगाय नमः।
 6. ॐ पूष्णे नमः।
 7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
 8. ॐ मरीचये नमः।
 9. ॐ आदित्याय नमः।
 10. ॐ सवित्रे नमः।
 11. ॐ अर्काय नमः।
 12. ॐ भास्कराय नमः।
 13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।

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