Kanpur Metro Rail : कानपुर मेट्रो रेल नोएडा और गाजियाबाद मेट्रो रेल का तोड़ेगी रिकॉर्ड

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कानपुर की मेट्रो रेल।


प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, कानपुर 


उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) की कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण का आगाज कर दिया गया है। कानपुर मेट्रो रेल नोएडा और गाजियाबाद मेट्रो रेल परियोजना का भी रिकॉर्ड तोड़ेगी। कानपुर मेट्रो रेल प्रदेश का सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क होगा। इसमें अधिकतम भूमिगत मेट्रो रेल के स्टेशनों होंगे।


पहले चरण के प्रथमिकता वाले कारिडोर में मेट्रो रेल सेवा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से मोतीझील तक नौ स्टेशनों के बीच संचालन हो रहा है। मार्च 2025 तक आईआईटी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक सेवा शुरू करने की तैयारी है, क्योंकि सभी भूमिगत रेलवे स्टेशन लगभग तैयार हो चुके हैं। मेट्रो रेल सेवा का टेस्ट रन चल रहा है। इसके साथ ही नौबस्ता गल्ला मंडी तक भी कार्य तेजी से चल रहा है।


प्रदेश का सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क


कानपुर मेट्रो रेल का नेटवर्क 32.5 किलोमीटर लंबा होगा  इसमें कुल 29 स्टेशन हैं, जिनमें 11 मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड बनाए जा रहे हैं। मेट्रो रेल परियोजना के दोनों कारिडोर बनने के बाद शहर को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।


मेट्रो रेल सेवा से परिवहन क्रांति 


दोनों कॉरिडोर में मेट्रो रेल का संचालन शुरू होने से शहर की सड़कों से 1.5 लाख गाड़ियों का भार कम हो जाएगा। इससे परिवहन क्रांति आएगी। तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंच सकेंगे। इसय की भी बचत होगी। मार्च 2025 तक 50,000 वाहनों का ट्रैफिक कम होने की उम्मीद है।


प्रमुख शहरों से तुलना:


  • लखनऊ मेट्रो: 23 किमी रूट, 21 स्टेशन (4 अंडरग्राउंड)।
  • आगरा मेट्रो: 30 किमी रूट, 27 स्टेशन (7 अंडरग्राउंड)।
  • कानपुर मेट्रो सबसे अधिक भूमिगत स्टेशनों के साथ यूपी की सबसे लंबी मेट्रो होगी।

  • नोएडा-गाजियाबाद को पीछे छोड़ा:

  • नोएडा मेट्रो (एक्वा लाइन): 29.7 किमी, 21 स्टेशन।
  • कानपुर मेट्रो का नेटवर्क लंबाई और सुविधा दोनों में अग्रणी।

  • पर्यावरण और यातायात पर प्रभाव:

  • डेढ़ लाख गाड़ियों का भार कम होने से प्रदूषण में कमी और यातायात जाम से राहत।
  • आईआईटी से सेंट्रल तक की दूरी मात्र 25 मिनट में तय होगी।

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