राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संयुक्त दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को बांटी उपाधियां
शिक्षा से विद्या और विद्या से उन्नति ही मानव जीवन व समाज का उद्देश्य है : कुलाधिपति
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मेधावी व अन्य। |
प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, वाराणसी
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा से विद्या और विद्या से उन्नति की मानव जीवन का उद्देश्य है। शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण के लिए महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि संपन्न समाज की कल्पना में शिक्षित और संस्कारिक महिला की भूमिका प्रमुख होती है। उन्हीं से स्वतंत्रता और मानवता प्रभावित होती है। भारत आदर्श महिलाओं का देश है। प्राचीन काल की गार्गी या मैत्रेयी हों या आज वर्तमान काल की हमारे दूसरे मंगलयान के सफल उड़ान में भाग लेने वाली महिला वैज्ञानिक अथवा भारत की प्रथम नागरिक माननीय राष्ट्रपति हों। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार को महारानी गुलाब कुँवर महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिंडरा में आयोजित महाराज काशीराज धर्मकार्य निधि के महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिंडरा व महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर तथा महाराज बलवंत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गंगापुर के संयुक्त दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थीं।
उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली, ऋणत्रय, भारतीय संस्कृति धर्म योग आदि विषयों पर प्रकाश डालते हुए अपना सारगर्भित उद्बोधन दिया। उसके उपरांत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति ने आशीर्वचन देते हुए छात्रों को शिक्षा के बाद रोजगार के लिए प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं और इस योजना के अनुसार आसानी से लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
कुलाधिपति ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा छात्रों को मेरिट और टैलेंट के आधार पर सरकारी नौकरी मिल सकती है। जिन छात्रों को सरकारी नौकरी ना मिले वह अपने कौशल और तकनीकी के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए व्यवसाय कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को शिक्षित होने की आवश्यकता पर बल दिया और नारी के शिक्षित होने में तीनों महाविद्यालय द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा भी की।
संयुक्त दीक्षांत समारोह का प्रारंभ शैक्षिक शिष्ट-यात्रा के साथ हुआ। जिसमें तीनों महाविद्यालय के प्राचार्यगण, प्रबंध समिति एवं विद्वत परिषद के सदस्यगण, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलसचिव, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी व मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस0 अहिल्या कुलपति, कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय बैंगलुरु, कुलाधिपति राज्यपाल उत्तर प्रदेश महामहिम आनंदीबेन पटेल और महाराज काशीराज धर्मकार्य निधि के अध्यक्ष महाराज (डॉ०) अनन्त नारायण सिंह की गरिमामय उपस्थिति के साथ हुआ। सर्वप्रथम राष्ट्रगान के पश्चात् अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती और पूर्व काशी नरेश डॉ विभूति नारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। सनातन परंपरा के अनुसार वैदिक मंगलाचरण के उपरांत महाराज डॉ अनन्त नारायण सिंह ने मंचस्थ अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट करते हुए सभी मंचस्थ अतिथियों के स्वागत हेतु वाचिक अभिनंदन किया। तीनों महाविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्तकर्ता को प्रस्तुत करने के लिए कुलसचिव डॉ सुनीता पांडेय महाविद्यालय के तीनों प्राचार्यों को आहूत किया। प्राचार्यों के द्वारा अपने-अपने महाविद्यालय के समस्त उपाधिधारकों को उपस्थापित किया। इसके बाद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी द्वारा समस्त उपाधि प्राप्तकर्ता को समावर्तन संस्कार हेतु उपदेश प्रदान किया गया। उपदेश एवं अनुशासन की दीक्षा से संस्कारित करने के लिए महाविद्यालय के सचिव द्वारा स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थियों को आमंत्रित किया, तत्पश्चात कुलपति ने प्रीति, सिफत परवीन और वैशाली को सर्वोच्चतम अंक प्राप्त करने का महारानी जयंती कुँवर स्मृति स्वर्ण पदक प्रदान किया।
धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, प्रबंधक, प्रबंध समिति ने किया। कुलाधिपति के द्वारा समापन की घोषणा के बाद राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। संयुक्त दीक्षांत समारोह में महाराज बलवन्त सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर के प्राचार्य प्रो पुरूषोत्तम सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ राहुल गुप्ता एवं मंगलाचरण डॉ अभिषेक अभिनेत्री ने किया। कार्यक्रम में जनपद के विशिष्ट अतिथिगण, महाविद्यालयत्रय के अध्यापकगण व छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे। संयुक्त दीक्षांत समारोह में तीनों महाविद्यालय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली तीनों छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। संयुक्त दीक्षांत समारोह में कुल 160 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई जिसमें महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की 40 छात्राओं एवं महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की कुल 60 छात्राओं तथा महाराज बलवन्त सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर के कुल 60 छात्र-छात्राओं को उपाधि वितरित की गई।
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