बातचीत करते नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय व अन्य। |
प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, गोंडा
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय कहा है कि भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा (BJP) राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक स्थलों का सर्वे करा रही है। साथ ही जनता को गुमराह कर रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि जब आप सर्वे के बाद मंदिर को मस्जिद नहीं बना सकते और मस्जिद को मंदिर नहीं बना सकते, तो फिर ऐसे सर्वे का क्या मतलब है। यह केवल जनता को गुमराह करने और राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश है। भाजपा इस तरह की हरकतें करके समाज में विषमता और तनाव पैदा कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सोमवार को कटरा बाजार के पूर्व सपा विधायक बैजनाथ दूबे के पिता के निधन पर श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे थे। उन्होने पूर्व विधायक के पिता के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने प्रदेश में बढ़ रहे एनकाउंटर मामलों, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान और धार्मिक स्थलों को लेकर भाजपा की राजनीति पर खुलकर चर्चा की।
उन्होंने प्रदेश के संभल जिले में अतिक्रमण हटाने के दौरान मिले एक मंदिर और धार्मिक स्थलों के सर्वे को लेकर माता प्रसाद पांडेय ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा मंदिर खोज-खोजकर हिंदू-मुसलमान के बीच दूरी बढ़ाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने संभल में पाए गए मंदिर के मामले का हवाला देते हुए कहा कि यह कोई पुरातात्विक खोज नहीं है। यह केवल एक पुराना स्थान है, जिसे राजनीतिक रंग देकर तनाव बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा ऐसे मुद्दों के जरिये अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से न तो कोई समाधान निकलेगा और न ही समाज में कोई सकारात्मक बदलाव आएगा। इस तरह की गतिविधियां केवल जनता का ध्यान भटकाने के लिए की जा रही हैं।
सरकार असली मुद्दे जैसे बेरोजगारी, महंगाई, और शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हाल ही में पीलीभीत में तीन खालिस्तानी आतंकवादियों के एनकाउंटर को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर आम बात हो गई है। आमने-सामने की मुठभेड़ में पुलिस और आरोपी दोनों घायल हो सकते हैं लेकिन यहां पुलिस कभी घायल नहीं होती। यह असली एनकाउंटर नहीं है। उन्होंने इसे मौलिक अधिकारों का हनन बताया और कहा कि हर नागरिक को जीने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि यदि कोई अपराधी है, तो उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार एनकाउंटर को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। कानून व्यवस्था को सुधारने की बजाय डर और भय का माहौल बनाया जा रहा है। इस दौरान पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक बैजनाथ दूबे समेत अन्य मौजूद रहे।
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