Lucknow -लखनऊ के काकोरी में सड़क पर टहलता दिखा बाघ

0

प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, लखनऊ
 

लखनऊ के काकोरी के रहमान खेड़ा के पास से गुजरी रेलवे लाइन के पास सड़क पर शुक्रवार सुबह चार बजे बाघ टहलता दिखा। इसके बाद वह शाम पांच बजे ही केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में वन विभाग की तरफ से लगाए गए कैमरे में कैद हो गया। वन विभाग का मानना है कि रहमान खेड़ा से करीब आठ से दस किलोमीटर जाने के बाद बाघ फिर से लौट रहा है। वह शिकार की तलाश में है। दरअसल, शिकार किए आठ दिन का समय बीतने के बाद बाघ भोजन की तलाश में लौटा है।

डीएफओ अवध सितांशु पांडेय ने शुक्रवार को टीम के साथ बाघ के देखे जाने वाले संभावित जगहों पर दौरा किया है।  उनकी निगरानी के लिए लगाए गए कैमरों को भी चेक किया है।
डीएफओ का कहना है कि रहमान खेड़ा रेलवे लाइन के आसपास बाघ देखे जाने के बाद वन विभाग की टीम विशेष ध्यान रख रही है। वन विभाग के साथ ही लखीमपुर खीरी और सीतापुर से विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है।

मचान बनाया जाएगा


वन विभाग बाघ की निगरानी के लिए मचान बना रहा है, जहां से उसे देखने में आसानी होगी। डीएफओ का कहना है कि एक दो दिन में मचान तैयार हो जाएगा। जनवरी 2012 में रहमान खेड़ा में आए बाघ की निगरानी मचान से की गई थी और 25 अप्रैल 2012 को सुबह उसे मचान में बैठे निशानेबाज ने गन से बेहोशी का इंजेक्शन देकर बाघ को काबू किया गया था और बाद में उसे दुधवा नेशनल पार्क ले जाकर छोड़ा गया था।

शुक्रवार को कैमरे में कैद हुआ बाघ


सुबह चार से पांच  बजे के बीच रहमान ेखेड़ा कंट्रोल रूम से के पास बिजली पोल के पास
सुबह चार बजे रहमान खेड़ा रेलवे लाइन के किनारे  केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान दीवार के पास सुबह 9.30 बजे ग्राम मंडौली के पास नाले के आसपास शाम 4.30 बजे खालिसपुर, मीठेनगर, सहिलामऊ, मंडौली और उलरापुर में।


नौ गांवों में छाया सन्नाटा


काकोरी से जुड़े नौ गांवों में बाघ की दहशत है। रहमान खेड़ा,मीठेनगर और फिर जगह बदलता रहा। हलुवापुर, कटौली, उलारापुर, सलियामऊ, गुरुदीन खेड़ा, मेंथीपुर और गोखौरा में बाघ के पहुंचने के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है। पालतू पशुओं की सुरक्षा के साथ घरों के अंदर ही रखा जा रहा है। लोगों ने खेतों में जाना और लकड़ी बिनने का भी काम बंद कर दिया है। बारह दिसंबर को रहमान खेड़ा के केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के ब्लाक नंबर चार के पास जंगल में नील गाय का शिकार करने के दो दिन बाद से बाघ ने अपनी लोकेशन को बदला है और वह आबादी के बीच पहुंच रहा है। जगह जगह उसके पगमार्क मिल रहे हैं।

Post a Comment

0 Comments

if you have any doubt,pl let me know

Post a Comment (0)
To Top