कानपुर में पर्यटन विभाग द्वारा प्रायोजित कॉन्क्लेव का विधानसभा अध्यक्ष ने किया शुभारंभ
होटल लैंडमार्क में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन आफ नार्दर्न इंडिया के कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सम्मानित किया। |
प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, कानपुर
प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ- 2025 आतिथ्य-सत्कार व पर्यटन क्षेत्र के लिए बड़ा अवसर है। इससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस पर मंथन के लिए पर्यटन विभाग की ओर से प्रायोजित होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ नार्दर्न इंडिया की ओर से कानपुर में शनिवार को होटल लैंडमार्क में आयोजित कॉन्क्लेव का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किया।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि होटल इंडस्ट्री में आतिथ्य से जुड़े हर पहलू पर ध्यान देने की आवश्यकता है। छोटी-छोटी बातें भी आगंतुकों को प्रभावित करती हैं। हर अवसर हमारे लिए महत्वपूर्ण है। महाकुंभ ऐसा ही अवसर लेकर आया है। महाकुंभ हमारी संस्कृति, एकता, संस्कार का महापर्व है। हमारे लिए ‘अर्ध’ नाम की कोई चीज नहीं है। कुंभ ही महाकुंभ है। महाकुंभ के लिए आने वाले हर वर्ग के लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं दी जानी चाहिए।
श्री महाना ने कहा कि टेंट सिटी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। विभिन्न स्नान पर्वों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे। सभी की सुविधा का ख्याल रखना अहम है। विधानसभा अध्यक्ष ने होटल व्यवसायियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महाकुंभ के दौरान आप व्यापार के साथ अपने संस्कारों को भी समाहित करते हुए बेहतर आतिथ्य का आदर्श प्रस्तुत करेंगे।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, यह हमारी संस्कृति, परंपरा और एकता का प्रतीक है। महाकुंभ में डुबकी लगाना न केवल आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे समाज के विविध रंगों को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के स्नान, ध्यान, भ्रमण और ठहरने की सर्वाेत्तम व्यवस्था की जा रही है। बड़े पैमाने पर टेंट सिटी तैयार की जा रही है। जहां लोगों को योग, वाईफाई, सहित अन्य सुविधाएं अत्याधुनिक मिलेंगी। कॉन्क्लेव में पर्यटन विभाग की तैयारियों का प्रस्तुतीकरण दिया गया।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग की ओर से कॉन्क्लेव में प्रेजेंटेशन दिया गया। जिसमें बताया गया, कि महाकुंभ-2025 के अवसर पर प्रयागराज में हेलीकॉप्टर जॉयराइड की भी व्यवस्था होगी। वाटर स्पोर्ट्स एवं एडवेन्चर स्पोर्ट्स की सुविधाएं भी पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाएंगी। अयोध्या, काशी आदि स्थलों के भ्रमण के लिए पैकेज तैयार किए गए हैं। संस्कृति ग्राम, कलाग्राम बनाए जा रहे हैं। शिवालय पार्क पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि कॉन्क्लेव में बताया गया कि, महाकुंभ के दौरान पर्यटकों को प्रयागराज व आसपास के महत्वपूर्ण स्थलों पर घूमने की व्यवस्था की व्यवस्था की गई है। उ.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तीर्थ यात्रियों को वाराणसी, अयोध्या व चित्रकूट आदि स्थलों पर भ्रमण के लिए पैकेज की बुकिंग की जा रही है। इसके अतिरिक्त महाकुंभ में पधारने वाले पर्यटकों को अनूठे अनुभव उपलब्ध कराए जाने के दृष्टिगत पर्यटन निगम द्वारा अखाड़ा अनुभव, कल्पवासी अनुभव, योगा मेडिटेशन अनुभव, फोटोग्राफी सम्बन्धी पैकेज तैयार किये गये हैं। महाकुंभ के दौरान पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड की सेवाएं प्राप्त हो सके, इसके लिए स्थानीय स्तर पर गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा चुकी है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि महाकुंभ- 2025 में पर्यटकों के टेंट सिटी में ठहरने का विशेष अनुभव देने की तैयारी की जा रही है। यूपीएसटीडीसी की ओर से प्रयागराज में परेड ग्राउण्ड के निकट उक्त टेन्ट कॉलोनी का निर्माण कार्य जारी है। टेंट कॉलोनी में 03 विभिन्न श्रेणियों विला, महाराजा एवं डीलक्स टेन्ट्स स्थापित किए जा रहे हैं। इसी तरह निजी उद्यमियों के माध्यम से अरैल क्षेत्र में आठ ब्लाकों के अन्तर्गत 1600 नग स्विस कॉटेजेस और झूंसी क्षेत्र में 200 नग स्विस कॉटेजेस की टेंट सिटी स्थापित की जा रही है। प्रयागराज में 200 डोम कॉटेजेस की स्थापना की जा रही है। इसमें लोग 18 फीट ऊंचाई पर ठहरने का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि महाकुंभ-2025 के अवसर पर प्रयागराज में हेलीकॉप्टर जॉयराइड सेवा, उच्चस्तरीय खान-पान की सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत दो स्थानों पर फूड कोर्ट, वाटर स्पोर्ट्स एवं एडवेन्चर स्पोर्ट्स की सुविधाएं भी पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाएंगी। डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाया जा रहा है। यहां समुद्र मंथन, कुंभ आदि की महात्म्य के बारे में पर्यटक जान सकेंगे। प्रयागराज में संगम में बोट क्लब के सन्निकट वाटर लेजर शो, नैनी ब्रिज पर फसाड लाइटिंग सहित अन्य कार्य कराए जा रहे हैं, जो कि पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। इसके अलावा, प्रयागराज के विभिन्न मठ मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा वहां पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा हैं। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें।
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