ITBP Soldier : सड़क हादसे में आईटीबीपी का जवान शहीद

0

मध्य प्रदेश के करैरा में तैनात थे भिण्ड के सत्येन्द्र सिंह 
बाइक से साथी जवान धर्मेन्द्र के साथ जा रहे थे कैम्प 



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, झांसी

 

झांसी कैंट परिसर में बाजार से कैम्प जा रहे आईटीबीपी (भारतीय-तिब्बत सीमा पुलिस) के दो जवानों की बाइक की आपस में जोरदार टक्कर हो गई, जिससे दोनों जवान घायल हो गए। एक की गम्भीर घायल को देखते हुए एक जवान को रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

मध्य प्रदेश के जिला भिण्ड के ग्राम ढमनापुर निवासी जवाहर सिंह राजावत के बड़े पुत्र सत्येन्द्र सिंह राजावत भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस में तैनात थे। वह मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करैरा में तैनात थे। शुक्रवार शाम को वह अपने साथी धर्मेन्द्र के साथ बाजार गए थे और वहाँ से सामान खरीदने के बाद वापस कैम्प पर जा रहे थे। तभी रास्ते में एक दूसरी बाइक सवार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी, जिससे दोनों जवान घायल हो गए। आसपास के लोगों के साथ ही बटालियन के जवान भी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को ले गए। सत्येन्द्र की हालत गम्भीर होने पर उनको इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहाँ उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम कराया। 

सत्येन्द्र सिंह अमर रहे से गूँजा मेडिकल कालेज परिसर  

जवान सत्येन्द्र के शहीद होने की खबर मिलते ही बटालियन के डीआईजी सुरिन्दर खत्री समेत कई अधिकारी और साथी मेडिकल कॉलेज पहुँच गए। जवानों ने भारी मन से अन्तिम क्रियाएं कीं। इस दौरान मेडिकल कॉलेज परिसर 'सत्येन्द्र सिंह अमर रहे' के उद्घोष से गूंजता रहा। 

मेडिकल कॉलिज पोस्टमॉर्टम हाउस में सत्येन्द्र के शव को ताबूत में रखकर राष्ट्रीय सम्मान के साथ सलामी देकर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस दौरान 'भारत माता की जय हो' और 'सत्येन्द्र सिंह अमर रहे' के नारे लगाए। ताबूत को गाड़ी में रखकर नम आँखों से उनके पैतृक आवास भिण्ड के लिए रवाना किया गया। 

पूरा परिवार कर रहा देश की सेवा 

शहीद सत्येन्द्र सिंह का पूरा परिवार देश की सेवा करता चला आ रहा है। पिता जवाहर सिंह राजावत महारष्ट्र आर्मी से सेवानिवृत्त हैं। तीन भाइयों में सत्येन्द्र सबसे बड़े थे। उनसे छोटा भाई राजेन्द्र सिंह आर्मी और सबसे छोटा अनिल कुमार सीआरपीएफ असम में तैनात हैं। 

मामा आइटीबीपी में डिप्टी कमाण्डेण्ट

करैरा की आइटीबीपी बटालियन में सत्येन्द्र सिंह जहाँ जवान थे तो वहीं उनके मामा रंजित सिंह भदौरिया डिप्टी कमाण्डेण्ट हैं। उन्होंने नम आँखों से भाँजे को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 


थामे रहे आँसू, फिर बिलख पड़े माँ और बेटा


सत्येन्द्र के शहीद होने की सूचना पर पिता जवाहर सिंह राजावत, माँ पुष्पा, भाई अनिल कुमार के साथ सत्येन्द्र का पुत्र शिवप्रताप के साथ ही कुछ रिश्तेदार आए थे। जैसे ही ताबूत को उठाया गया तो माँ पुष्पा और बेटा शिवप्रताप बिलख पड़े। परिजनों ने बताया कि सत्येन्द्र की पत्नी अंजना गृहणी है, 17 वर्षीय पुत्र शिवप्रताप इण्टर का छात्र है और 13 वर्षीय पुत्री दीक्षा कक्षा 8 की छात्रा है।

Post a Comment

0 Comments

if you have any doubt,pl let me know

Post a Comment (0)
To Top