Prarabdh Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग (24 मार्च 2022)

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24 मार्च, दिन : गुरुवार


विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)


शक संवत : 1943


अयन : उत्तरायण


ऋतु - वसंत ऋतु


मास - चैत्र  (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - फाल्गुन)


पक्ष - कृष्ण


तिथि - सप्तमी रात्रि 12:09  तक तत्पश्चात अष्टमी


नक्षत्र - जेष्ठा शाम 05:30 तक तत्पश्चात मूल


योग - सिद्धि सुबह 07:29 तक तत्पश्चात व्यतिपात


राहुकाल - दोपहर 02:17 से शाम 03:48 तक


सूर्योदय - 06:40


सूर्यास्त - 18:49


पंचक


पंचक का आरंभ 28 मार्च 2022, सोमवार को रात्रि 11.55 बजे से 

पंचक का समापन- 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11.21 बजे तक 


एकादशी


सोमवार, 28 मार्च 2022- पापमोचनी एकादशी


प्रदोष 


29 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:37 बजे से रात 08:57 बजे तक


व्रत पर्व विवरण - मारवाड़ी सप्तमी


विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

          

खट्टी चीज़ खाने से


 खट्टी चीज़ खाने से आँखें जलती हैं और स्वभाव बिगड़ता है, गुस्सा आता है, अकारण जलन होती है।


व्यतिपात योग


व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप, पाठ, प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है। जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका 1 लाख गुना फल मिलता है।


वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।


व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुए नाराज हुए। उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।


विशेष ~ 24 मार्च 2022 गुरुवार को सुबह 07:30 से 25 मार्च प्रातः 04:37 तक (यानी 24 मार्च, गुरुवार को पूरा दिन) व्यतिपात योग है।

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