Dharm : मरघट वाले हनुमान जी

0
प्रारब्ध अध्यात्म डेस्क, लखनऊ


यह हनुमान मंदिर दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित है, जो मरघट वाले बाबा हनुमान के नाम से प्रसिद्ध है। दिल्ली से हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने प्रतिदिन आते हैं। इस मंदिर के बारे में किवदंती है यहां हनुमान जी साक्षात प्रकट हुए थे।


यह मान्यता है कि जब भगवान हनुमान जी, लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी का पहाड़ लेकर लंका जा रहे थे तो वह दिल्ली के इसी स्थान पर कुछ देर के लिए ठहरे थे। इस मंदिर का नाम इसी वजह से मरघट वाले बाबा हनुमान के नाम से विख्यात हुआ।


जब हनुमान जी पहाड़ लेकर जा रहे थे तो उन्होंने नीचे यमुना जी को बहते हुए देखा और कुछ देर विश्राम के लिए वहीं पर रुक गए। जब हनुमान जी नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि यहां तो श्मशान घाट है और उनके यहां उतरने से बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया। उस समय हनुमान की उपस्थिति से सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की थी।


साथ ही साथ जब भगवान हनुमान ने माता यमुना जी के दर्शन किए तब यमुना जी ने हनुमान जी से कहा कि आप के दर्शन करने मैं हर साल यहां आया करूंगी और यहां आपका एक शक्तिशाली मंदिर होगा।


तब से हर साल यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर मंदिर तक आ जाता है। निर्माण कार्य होने के बाद यमुना जी की धारा मंदिर तक नहीं आ पाई, लेकिन यहां के साधुओं का कहना है कि सालों के अंतराल में यहां बाढ़ आती ही आती है और जब यमुना जी का मन हनुमान जी के दर्शन करने का होता है तो विशाल रूप लेकर मंदिर में आती हैं।


मंदिर के सामने आज भी शमशान घाट और जो आत्मा यहां अंतिम यात्रा में आती हैं उसे बाबा हनुमान जी पार लगाते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को लाखों की संख्या में भक्तगण यहां आते हैं और अपनी बिगड़ी तकदीर को संवारने की प्रार्थना करते हैं।

Post a Comment

0 Comments

if you have any doubt,pl let me know

Post a Comment (0)
To Top