प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो, बिजनौर
ट्रेन में सफर के दौरान डेढ़ माह के शिशु की मौत हो गई। नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर शव समेत पीड़ित परिवार को ट्रेन से उतारा गया। स्वजन ने श्मशान घाट पर शिशु के शव को दफना दिया। रेलवे ने परिवार को अकालतख्त एक्सप्रेस से कोलकाता भेजने की व्यवस्था कराई है।
बिहार राज्य के मधुबनी निवासी गमरी देवी अपनी मंझली पुत्री रितु मिश्रा के साथ उसका प्रसव कराने के लिए चंडीगढ़ में बड़ी पुत्री के पास गई थी। 45 दिन पहले रितु ने जुड़वा पुत्रों को जन्म दिया, उनमें से एक पुत्र की मृत्यु अस्पताल में ही हो गई थी। दूसरा पुत्र बीमार था और उसका इलाज चल रहा था।
उसके पुत्र की हालत में सुधार नजर आने पर गुरुवार रात देर गमरी देवी, रितु मिश्रा, उनकी दो बेटियां और गोद में दुधमुहे बच्चे को लेकर चंडीगढ़ से अंबाला स्टेशन पहुंची। वहां से जम्मूतवी- सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन से कोलकाता के लिए सवार हुई।
रास्ते में बच्चे की तबीयत खराब हुई और उसकी मौत हो गई। शुक्रवार सुबह 6:30 बजे जब शिशु में कोई हरकत नहीं हुई तो रितु ने कोलकाता में अपने पति चंदन मिश्रा को फोन कर बताया। पति की सलाह पर रितु ने ट्रेन की टीटीई स्टाफ को अवगत कराया। ट्रेन को नजीबाबाद में रोककर शिशु का चेकअप कराया गया, तो चिकित्सक ने मौत की पुष्टि की।
45 दिनों में दो बेटों को खोने वाली रितु की पहले दो बेटियां हैं। एक बेटी 6 वर्ष की और दूसरी बेटी 4 वर्ष की है। बच्चे की मौत से रितु बदहवास है। चंदन मिश्रा कोलकाता में टैक्सी चलाते हैं। चंदन ने बताया कि पिछले काफी दिनों से धंधा मंदा चल रहा था। पत्नी की डिलीवरी के लिए जैसे- तैसे रुपए इकट्ठे कर साली के बैंक अकाउंट में भेजे थे।
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