विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)
शक संवत : 1943
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शिशिर
मास - पौस
पक्ष - शुक्ल
तिथि - नवमी दोपहर 02:21 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र - अश्विनी सुबह 11:10 तक तत्पश्चात भरणी
योग - सिध्द सुबह 10:56 तक तत्पश्चात साध्य
राहुकाल - शाम 03:31 से शाम 04:53 तक
सूर्योदय - 07:19
सूर्यास्त - 18:13
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
व्रत और त्योहार
एकादशी
13 जनवरी : पौष पुत्रदा एकादशी
28 जनवरी : षटतिला एकादशी
प्रदोष
14 जनवरी : शनि प्रदोष
30 जनवरी : रवि प्रदोष
पूर्णिमा
17 जनवरी : पौष पूर्णिमा
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
Diabetes( मधुमेह) नियंत्रित करने के लिए
Diabetes नियंत्रित करने के लिए सुबह 1/2 किलो कच्चा करेला टुकड़े - टुकड़े करके तसले में डाल दें और अपने पैरों से 1/2 से 3/4 घंटे तक तक कुचलें जब तक जीभ में कड़वाहट का अहसास ना हो l 7-10 दिन तक ये प्रयोग करें l इससे Diabetes नियंत्रित होती है l
-हो सके तो इन दिनों में मेथी की सब्जी खाए या मेथी के दाने रात को भिगा दे और सुबह खाए | इससे लाभ होगा |
होंठ फटने पर
नाभि में सरसों के तेल की 2-4 बूंदे डालें तथा जरा से मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगायें इससे लाभ होता है l
राग और ताल की महिमा
राग और ताल सुनने से बहुत सी बीमारियाँ दूर होती हैं
1-राग मारवा और राग भोपाली से आंतों की बीमारियाँ दूर होती हैं l
2-राग आसारी से मस्तक के रोग दूर होते हैं l
3-राग भैरवी से सिरदर्द ठीक होने लगता है l
4-राग सोहनी से सिरदर्द और मरुरज्जू (रीड़ की हड्डी में जो मनके घिस गए, वो ठीक होने लगते हैं l
5-राग वसंत और राग सोरट से नपुंसकता दूर हो जाती है l
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