प्रधानमंत्री ने मेरठ में खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया
सात सौ करोड़ से होगा निर्माण, आईटी पार्क का किया लोकार्पण
खेल विश्वविद्यालय का बटन दबाकर शिलान्यास करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, साथ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल। |
राज कृष्ण पाण्डेय, मेरठ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सरधना क्षेत्र के सलावा गांव में बनने जा रहे मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने बटन दबाकर खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस दौरान आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने वहां उपस्थित लोगों को नव वर्ष की बधाई देते हुए कहा कि आज पूरा विश्व भारत के युवाओं की ओर देख रहा है, उनकी ताकत को आंक रहा है। नए साल में हमें नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना है। देश के युवा विश्व के लिए रोल मॉडल बनें।
कार्यक्रम में मौजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वह उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या। |
उन्होंने कहा कि साल के शुरुआत में मेरठ आना उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात है। यह आने से पहले औघडनाथ मंदिर गया, शहीद स्मारक गया। मेरठ का इतिहास हमेशा से गौरवशाली रहा है। इस जिले ने
देश की आस्था को ऊर्जावान किया है। 1857 की क्रांति में मेरठ ने लोगों में स्वाधीनता के लिए एक ऊर्जा का संचार किया था। सिंधुघाटी की सभ्यता से लेकर पहले स्वतंत्रता संग्राम तक इस धरती ने दिखाया है देश का गौरव क्या होता है। राष्ट्र रक्षा के लिए, सीमा पर बलिदान होने या फिर खेल के मैदान में मेरठ ने हमेशा देश के सम्मान को बनाए रखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नूरपुुर मढिया ने जहां चौधरी चरण सिंह जैसा विजिनरी नेता दिया, वहीं मेरठ मेजर ध्यान चंद की कर्मस्थली भी रहा। खेल के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम मेजर ध्यान चंद के नाम कर दिया गया। इस खेल विवि का नाम भी उन्ही के नाम पर रखा गया है। उनके नाम में एक संदेश है, ध्यान। बिना ध्यान केंद्रित किए कभी सफलता नहीं मिलती है।
जिस विवि का नाम मेजर ध्यान चंद से जुड़ा हो वहां के खिलाड़ी देश का नाम रोशन करेंगे। यहां से हर साल एक हजार से अधिक खिलाड़ी निकलेंगे। सात सौ करोड़ से बनने वाला यह विश्वविद्यालय दुुुुनिया का शानदार विवि बनेगा।
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि पहले की सरकारों में अपराधी और माफिया अपने अपने खेल खेलते थे।अपना खेल खेलते थे। पहले यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे। बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घुमते थे।लोगों के घर जला दिया करते थे। लोग पलायन को मजबूर हो गए थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी।
अब योगी की सरकार अपराधियों के साथ जेल जेल खेल खेल रही है। यहां सोतीगंज बाजार में, गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी द एंड हो रहा है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थीं, आज जिले की बेटियां पूरे देश का नाम रोशन कर रही है। अब यूपी में असली खेल को बढ़ावा मिल रहा है। यूपी के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है। अब हिंदुस्तान बदल चुका है, हम इक्कीसवी सदी में हैं। इस समय सबसे बड़ा दायित्व युवाओं के पास है। युवा नए भारत का कर्णधार है, नेतृत्वकर्ता है। जिधर युवा चलेगा देश भी उधर चलेगा, जिधर देश चलेगा उधर दुनिया चलने वाली है।
आज हम देखे तो साइंस से लेकर साहित्य तक, स्टार्टअप से लेकर स्पोर्ट्स तक भारत के युवा छाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार की नीतियों में खेल के प्रति नजरिया अलग रहा। शहरों में जब कोई युवा अपनी पहचान बताता था तो सामने वाले पूछते थे कि अरे बेटे खेलते हो ये तो ठीक है, पर काम क्या करते हो। ये सरकारों का दायित्व था कि खेल के प्रति लोगो की सोच बदले। पहले ट्रेनिंग से लेकर टीम चयन तक हर स्तर पर भाई भतीजा वाद भ्रष्टाचार और भेदभाव होता था। सरकारें खिलाड़ियों को सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाई।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने खिलाड़ियों के लिए हर स्तर पर काम किया। उन्हे रोजगार से जोड़ा, सुविधाएं दी, ट्रेनिंग और इंटरनेशनल स्तर पर एक्सपोजर के लिए मंच दिए। आज सरकार देश के शीर्ष खिलाडियों को, खाने पीनेे, ट्रेनिंग से लेकर आर्थिक मदद दे रही है। नतीजा सामने है। ओलंपिक, पैरा ओलंपिक में खिलाड़ियों ने मेडल की झड़ी लगा दी।
उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के ग्रामीण अंचल के बेटे बेटियां देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। खेलों के लिए जरूरी है हमारे युवाओं में विश्वास पैदा हो, खेल को रोजगार बनाने की दिशा में काम हो, जिस तरह दूसरे प्रोफेशन है ऐसे ही खेल को भी लोग देखें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरठ और मुजफ्फरनगर में छोटे और लघु उद्योगों के विकास के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। रेवड़ी, गजक, ब्रास बैंड, आभूषण, हैंडलूम और खेल का सामान का कारोबार मेरठ की पहचान है। सौ से अधिक देशों में यहां से सामान जा रहा है। केवल खेल से जुड़े कारोबार और सेवाओं का वैश्विक बाजार लाखों करोड़ रुपए का है। मेरठ लोकल को ग्लोबल बना रहा है। मकसद ये है कि खेल के समान के उत्पादन में भी देश आत्मनिर्भर बन सके।
उन्होंने कहा कि खेल से जुडे अन्य क्षेत्रों में जाने के लिए इको सिस्टम बनाया जा रहा है। अगर खेलों के लिए जरूरी संसाधन होंगे तो खेल संस्कृति आकार लेगी। खेल संस्कृति के लिए खेल विवि नर्सरी का काम करती है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार में मिलें बंद नहीं होती, मिलें खोली जाती है। यूपी गन्ने से बनने वाले ऐथेनाल में भी आगे बढ रहा है। हाल में 12 हजार करोड का ऐथेनाल यूपी से खरीदा गया है। ग्रामीण स्तर पर भंडारण पर एक लाख करोड रुपये खर्च किए जा रहे हैं। एक साल में जिले में मेट्रो का संचालन शुरू करने का वादा करते हुए कहा कि जल्द हीं गंगा एक्सप्रेस वे भी मेरठ से शुरू होगा। इससे पूर्व उन्होंने आईटी पार्क का भी लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पहले शहीद स्मारक पहुंचे। उन्होंने यहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने शहीद स्मारक स्थित संग्रहालय का अवलोकन भी किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
if you have any doubt,pl let me know