माघ मेला क्षेत्र में गंगा किनारे घड़ियाल मिलने पर वन विभाग की टीम ने पकड़ कर गंगा नदी में छोड़ा
प्रयागराज में पकड़ा गया घड़ियाल। |
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, प्रयागराज
प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र के गंगा किनारे घड़ियाल मिलने से हड़कंप मच गया। मेला क्षेत्र में त्रिवेणी मार्ग के पांटून पुल के समीप तैयारी में लगे कर्मचारी और वहां से गुजर रहे राहगीरों की नजर गुरुवार दोपहर वहां से धीरे-धीरे जा रहे लगभग तीन फीट लंबे घड़ियाल पर नजर पड़ी। उन्होंने अपने अधिकारियों को आनन-फानन अवगत कराया। अधिकारियों ने वन विभाग को गंगा तट पर घड़ियाल मिलने की सूचना दी।
वन विभाग की टीम पहुंची और घड़ियाल को पकड़कर बोरे में बंद कर दिया। माघ मेला क्षेत्र से उसे मिंटो पार्क ले गए, जहां वन विभाग का कार्यालय है। उसे गंगा में छोड़ने की तैयारी की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि करीब छह महीने का यह घड़ियाल गंगा से भटककर बाहर आ गया। वह गंगा के छिछले पानी के पास ही था।
माघ मेला क्षेत्र में इस समय घड़ियाल मिलने से गंगा तट पर कल्पवास के लिए आने वाले श्रद्धालुओं में खलबली मची हुई है। इस तरह से घाट पर घड़ियाल का आना खतरे की बात है।
कार्यवाहक डीएफओ रमेश चंद्र ने बताया कि गंगा में घड़ियाल अधिक पाए जाते हैं। यह भटक कर किनारे पर आ गया होगा। मिंटो पार्क में घड़ियाल को लाया गया है। किस कारण से यह किनारे पहुंचा, इसका परीक्षण करके दोबारा गंगा नदी में छोड़ दिया जाएगा।
प्रयागराज में गंगा से निकलकर मगरमच्छ और घड़ियाल के गांव में घुसने की कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। करछना और मेजा इलाकों में कई बार ऐसा हो चुका है। कुछ समय पहले भी मेजा के गांव में मगरमच्छ दिखा था। इस पर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी थी। वन विभाग की टीम ने उस मगरमच्छ को पकड़ा और गंगा में छोड़ दिया था।
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