लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया
बटन दबाकर शिलान्यास करते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या। साथ में लखनऊ की मेयर संयोगिता भाटिया। |
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने लोकलुभावन तोहफे की झड़ी लगा दी है। बुधवार को
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ और कानपुर के लिए
विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। पहले उन्हें कानपुर आकर शिलान्यास करना था, लेकिन खराब मौसम की वजह से कार्यक्रम स्थगित करना पड़ गया। ऐसे में लखनऊ में ही शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ से ही विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ किया। कानपुर में उन्हें 14,199 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। कानपुर में जीटी रोड पर गोल चौराहा से रामादेवी एलिवेटेड रोड का शिलान्यास भी लखनऊ से ही किया।
कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास भी कानपुर में होना था, लेकिन उसकी भी आधारशिला केन्द्रीय मंत्री ने लखनऊ में रखी। इस मार्ग के बन जाने से कानपुर से 45 मिनट में लखनऊ पहुंचा जा सकेगा। साथ ही शहर में जीटी रोड पर लगने वाले जाम की समस्या से आमजन को निजात मिल जाएगी। इसके समाधान के लिए एक हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 10 किमी लंबे गोल चौराहा-रामा देवी एलिवेटेड रोड फोर लेन होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, मेयर संयोगिता भाटिया भी साथ रहीं।
बाबू पुरवा में जुटे रहे मंत्री-विधायक
108 करोड़ से बने झकरकटी समानन्तर पुल का भी लोकार्पण लखनऊ से किया गया। बाबूपुरवा में आयोजित कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, सांसद सत्यदेव पचौरी, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विद्यायक अरुण पाठक, विधायक सुरेंद्र मैथानी मौजूद रहे।
खराब मौसम की वजह से नहीं उतरा हैलिकॉप्टर
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का हैलिकॉप्टर मौसम खराब की वजह से लखनऊ से उड़ान भरने के बाद यहां नहीं उतर सका। उसे उतरने की इजाजत भी नहीं दी गई। इस वजह से बाबूपुरवा के सेंट्रल पार्क नहीं आ सके। उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी आना था। अंत में कार्यक्रम स्थगित करना पड़ गया।
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