प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, सम्भल
समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना एवं सरदार पटेल की तुलना करने पर गरमाई सियासत में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी कूद गए हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को इतिहास की जानकारी ही नहीं है। यदि वे इतिहास पढ़ते तो जिन्ना की किसी से तुलना ही नहीं करते। जिन्ना भारत के सेक्यूलर नहीं, कम्यूनल नेता थे। आज भारत बंटा तो उसके जिम्मेदार जिन्ना हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बयान को खूब तूल दे रही है। उसके पास एक ही कार्ड है और वह हिंदुस्त्व है। इसके जरिए वह चुनाव की नैया करने की जुगत में रहती है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार देर शाम असमोली के ऐचोड़ा कम्बोह के कल्कि महोत्सव में पहुंचे थे। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश के पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने तो पाकिस्तान में जिन्ना की मजार पर फूल तक चढ़ा दिए थे। कांग्रेस के अंदर यह सब नहीं है। वह अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करती है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश में दलितों की सबसे बड़ी हिमायती वाली पार्टी कांग्रेस है। बसपा मुखिया मायावती के लखनऊ में दिए गए बयान कांग्रेस को चुनाव में आती है दलितों की याद पर बोले कि यूपी में बड़ी बड़ी घटना हुई लेकिन, बसपा मुखिया अपने घर से नहीं निकलीं। वहां राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पहुंचे। बसपा सुप्रीमो को मालूम होना चाहिए कि महात्मा गांधी ने छुआछूत आंदोलन के जरिए ही दलितों की आवाज उठाई थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज भी उसी तरह से काम कर रही है। विदेश नीति को लेकर भाजपा पर बडा हमला बोला, आरोप लगाया कि जब देश के रक्षा मंत्री व सेना प्रमुख चीन की गतिविधि को लेकर सशंकित हैं तो प्रधानमंत्री चुप्प हैं। खबरें आ रही हैं कि अरुणाचल प्रदेश में मैकमोहन रेखा के अंदर चीन ने मल्टी स्टोरी बिल्डिंग तैयार कर ली है। जबकि प्रधानमंत्री बोल रहे हैं कि सब सही है। जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो उनसे आंखें लाल कर चीन से बात करने की नसीहत दी जाती थी, आज देश की सीमा में कब्जे चीन कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 1857 में ही देश आजाद हो गया होता, यदि कुछ हिंदू राजा ने गद्दारी नहीं की होती। झांसी की रानी के साथ गद्दारी की गई।
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