- उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सक्रिय हुआ सिस्टम, अगले 48 घंटे तक बारिश के आसार
- तेज हवा संग, कई क्षेत्रों में बिजली गिरने की आशंका, पांच डिग्री सेल्सियस गिरा तापमान
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मध्य क्षेत्र में मानसून मजबूत हो गया है, जिससे लखनऊ, कानपुर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया, हरदोई समेत आसपास के जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। हवा सामान्य से काफी तेज है, जो आंधी की तरह चल रही है। लखनऊ एयरपोर्ट के मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक रुक-रुक कर बारिश होने के आसार जताए हैं। किसानों और आमजन के लिए अलर्ट जारी किया है। बिना वजह घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। देर रात तक 109 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।
हवा 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। मौसम विज्ञानी ने बताया कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मध्य भाग पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लिए हवाएं तेज गति से मैदानी क्षेत्रों की ओर आ रही हैं। मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र विकसित है, जबकि अन्य चक्रवाती हवा का क्षेत्र राजस्थान के ऊपर बना है। दोनों क्षेत्र तेजी से हवा काे अपनी ओर खींच रहे हैं। बादलों की ट्रफ लाइन भुज, उदयपुर, बालासोर, बंगाल की खाड़ी से गुजर रही है। मानसून का मजबूत सिस्टम बना हुआ है। बिजली गिरने और आंधी आने की आशंका है।
वर्षा ने तोड़ा 20 साल का रिकार्ड
गुरुवार को हुई वर्षा ने 20 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। सीएसए विश्वविद्यालय के रिकार्ड के मुताबिक 16 सितंबर को पिछले 20 साल में इतनी बारिश नहीं हुई है। इसकी पुष्टि मौसम विज्ञानी ने की। बुधवार तक मानसूनी सीजन में 739 मिलीमीटर ही वर्षा रिकार्ड हुई, जबकि सामान्य 870 मिलीमीटर वर्षा होती है। गुरुवार की बारिश मिलाकर औसत से ऊपर रिकार्ड हो जाएगी। अधिकतम तापमान 26.6, न्यूनतम 24.0 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम आर्द्रता 95 फीसद रिकार्ड हुई।
फसलों के लिए नुकसानदायक
झमाझम और लगातार हो रही बारिश का प्रभाव फसलों पर सीधे पड़ सकता है। खेतों में जलजमाव हो गया है, जो कि धान, मक्का, तरोई, बैंगन, टमाटर, लौकी आदि की फसलों के लिए नुकसानदायक है। वहीं, कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डा. खलील खान ने बताया कि किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। उन्हें खेतों से पानी निकालने की सलाह दी गई है।
30 सितंबर तक खिंच सकता मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक हर वर्ष मानसून 17 सितंबर तक रहता है, लेकिन मौजूदा सिस्टम 30 सितंबर तक सक्रिय रहने का आकलन कर रहे हैं। 19 सितंबर से दूसरा निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यह भी काफी तेजी से बंगाल की खाड़ी से मैदानी क्षेत्रों की ओर आएगा।
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