Neet UG 2021 : नीट के साल्वर गैंग ने बिहार की छात्रा की आर्थिक मजबूरी का उठाया फायदा, बीएचयू की छात्रा बनी मोहरा

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  • वाराणसी की क्राइम ब्रांच ने मां-बेटी को गिरफ्तार किया, साल्वर गैंग के दो सदस्य भी दबोचे गए



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, वाराणसी 


राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) (यूजी)-2021 में साल्वर गैंग ने गरीब छात्रा की मजबूरी का फायदा उठाकर उसे परीक्षा में बतौर साल्वर शामिल कराने में कामयाब रहा है। हालांकि परीक्षा केंद्र के परीक्षक की सजगता और वाराणसी क्राइम ब्रांच की तेजी ने नीट परीक्षा के साल्वर गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने पटना, बिहार की रहने वाली वाराणसी हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा जूली और उसकी मां बाबिता कुमारी को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना पटना का पीके बताया जा रहा है। पुलिस अन्य की तलाश में दबिश दे रही है। 


पटना के संदलपुर वैष्णवी कॉलोनी की रहने वाली जूली दूसरी छात्रा की जगह नीट परीक्षा दे रही थी। जिस छात्रा के स्थान पर जूली परीक्षा दे रही थी, वह त्रिपुरा की रहने वाली है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि 15 से 20 लाख रुपये की डील हुई थी, जिसमें से पांच लाख मां-बेटी को मिलना था।


जूली के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उसके पिता पटना में सब्जी बेचते हैं। इसी का फायदा उठाकर साल्वर गैंग ने जूली की मां बबिता से संपर्क किया। उन्हें पांच लाख रुपये का लालच दिया और कहा कि अगर तुम्हारी बेटी हमारी छात्रा की जगह बैठ कर परीक्षा दे देगी तो सेंटर से बाहर निकलते ही पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। बबिता पैसे के लालच में आ गई और अपनी बेटी जूली को दूसरी छात्रा की जगह परीक्षा में बैठने के लिए राजी कर लिया।


सारनाथ स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में बनाए गए सेंटर में रविवार को आयोजित नीट यूजी में बबिता अपनी बेटी जूली को लेकर गई। कक्ष निरीक्षकों को जूली पर शक हुआ तो सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के आधार पर शाम के समय क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय अपनी टीम के साथ गए और जूली से पूछताछ की तो उसका फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। जूली के साथ ही उसकी मां भी पकड़ ली गई। बबिता के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो दो दलालों का पता चल गया।


इस पर क्राइम ब्रांच ने बबिता के मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद से शहर से ही बिहार के खगड़िया निवासी विकास को पकड़ा। फिर, गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र से ओसामा शाहिद को दबोच लिया गया। ओसामा और विकास से अलग से पूछताछ की जा रही है।


प्रथम दृष्टया पूछताछ में सामने आया कि मूल अभ्यर्थी के चेहरे से जूली का चेहरा मिलता-जुलता है। दोनों की फोटो फोटोशॉप की मदद से ऐसे तैयार की गई कि कोई भी देख कर जूली और मूल अभ्यर्थी को अलग-अलग न समझे। इसके बाद जूली को मूल अभ्यर्थी के दस्तखत की सैकड़ों बार प्रैक्टिस कराई गई थी।


केजीएमयू का एक डॉक्टर भी शक के घेरे में


गिरफ्तार चारों आरोपियों से पूछताछ और उनके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस का शक लखनऊ स्थित केजीएमयू के एक डॉक्टर पर गहराया है। उस डॉक्टर से पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच की एक टीम लखनऊ रवाना की जाएगी। इसके साथ सॉल्वर गैंग के इस गिरोह का सरगना पटना निवासी पीके है। पीके पटना सहित देश के अन्य अलग-अलग स्थानों में ठिकाने बदल कर रहता है। पीके की तलाश में क्राइम ब्रांच की एक टीम पटना भी रवाना की गई है।


इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। हमारा मुख्य उद्देश्य सॉल्वर गैंग के सरगना तक पहुंचना है। पूछताछ पूरी होने के बाद घटना का पूरी तरह से खुलासा किया जाएगा।

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