- बिहार के पटना के लिए देर रात रवाना होगी पुलिस की एक टीम
- पूछताछ और मोबाइल रिकॉर्ड खंगालने में मिलीं अहम जानकारियां
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, वाराणसी
सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों, मेडिकल यूनिवर्सिटी व चिकित्सा संस्थानों में दाखिले के लिए हुई राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) 2021 में साल्वर गैंग पैठ बनाने में कामयाब हो गया था। हालांकि केंद्र के परीक्षक की सजगता से क्राइम ब्रांच और वाराणसी पुलिस की संयुक्त टीम ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। रविवार देर रात जहां नीट की अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने वाली वाराणसी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से बीडीएस की पढ़ाई करने वाली बिहार के पटना निवासी छात्रा व उसकी मां समेत चार को दबोचा गया था। वहीं, इस प्रकरण में मंगलवार को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के छात्र और आरोपी छात्रा के भाई को भी शिकंजे में ले लिया गया है।
नीट साल्वर गैंग प्रकरण के खुलासे में जुटी पुलिस की टीमों को मंगलवार दोपहर बड़ी सफलता हासिल हुई है। केजीएमयू से एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्र ओसामा शाहिद और आरोपी बीडीएस छात्रा जूली के बिहार निवासी भाई अभय कुमार मेहता को वाराणसी के पांडेयपुर चौराहे के समीप से गिरफ्तार किया गया है। दोनों से पूछताछ चल रही है। गिरोह का सरगना पीके अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
आरोपी छात्र ओसामा शाहिद। |
केजीएमयू में पढ़ाई कर रहा ओसामा शाहिद मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना थाना क्षेत्र के शेखवाड़ा का रहने वाला है। वर्तमान समय में वह लखनऊ के गोलागंज के ताहा अपार्टमेंट में रह रहा था।
जूली का भाई अभय मेहता। |
वहीं, जूली का भाई अभय कुमार मेहता बिहार के पटना के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के संदलपुर स्थित वैष्णवी कालोनी का है।
पुलिस के मुताबिक ओसामा शाहिद केजीएमयू लखनऊ में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है। उसने ही नीट में असली परीक्षार्थी के स्थान पर साल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराने का जिम्मा लिया था। उसने इसके लिए 25 से 30 लाख रुपये की डील की थी। जूली के भाई अभय मेहता ने बिचौलिये विकास के उकसावे में आकर पांच लाख रुपये के लालच में अपनी बहन को फर्जीवाड़े में शामिल होने के लिए राजी किया था।
पुलिस टीम ने आरोपित ओसामा शाहिद के पास से नीट के प्रवेश पत्र की 15 प्रतियां, चार फोटो, चार कोरियर रसीद व दो मोबाइल फोन बरामद किए हैैं। मोबाइल में साल्वर गैंग की चैटिंग डाक्यूमेंट्स, बैंक खाते से लेन-देन का विवरण भी है। दोनों आरोपितों से पूछताछ में इस अंतरराज्यीय गैंग से जुड़े उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों के सदस्यों के बारे में पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई हैैं। अब उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित की जा रही हैैं। एक टीम देर रात तक पटना रवाना होगी।
ओसामा काफी शातिर है। उसने मोबाइल फोन के डेटा को डिलीट कर सुबूत मिटाने का प्रयास किया। साइबर फोरेंसिक की टीम डेटा रिकवरी के प्रयास में जुटी हुई है।
- ए. सतीश गणेश, पुलिस कमिश्नर, वाराणसी कमिश्नरेट।
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