सावन माह की महिमा एवं व्रत

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प्रारब्ध अध्यात्म डेस्क, लखनऊ

सावन के सभी सोमवार महत्वपूर्ण होते हैं, परन्तु पहले और अंतिम सोमवार का विशेष महत्व बताया गया है। सोमवार के व्रत में पूजन विधि और अनुशासन का विशेष ध्यान रखना चाहिए तभी सावन के सोमवार के व्रत का पूरा लाभ प्राप्त होता है।


सावन का पहला सोमवार और उसका महत्व 


सावन के महीने में सोमवार का खास महत्व है। लोग खासतौर पर इसका इंतजार करते हैं क्योंकि सावन के सोमवार के दिन महादेव के भक्त उनका व्रत रखते हैं।

सावन का महीना महादेव और माता पार्वती को समर्पित होता है। सावन के सोमवार के दिन महादेव और माता पार्वती के व्रत को लेकर मान्यता है कि ऐसा करने से कुंवारी लड़कियों को महादेव जैसा आदर्श पति प्राप्त होता है। वहीं, शादीशुदा लोगों के जीवन की वैवाहिक परेशानियां दूर होती हैं। जीवन अत्यंत सुखमय हो जाता है। इसके अलावा अकाल मृत्यु और दुर्घटना आदि से मुक्ति मिलती है। साथ ही व्यक्ति निरोगी हो जाता है।

सावन के महीने में सोमवार का लोगों को खासतौर पर इंतजार रहता है, क्योंकि सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ के भक्त उनका व्रत रखते हैं। सोमवार के दिन ही कांवड़िए भगवान का जलाभिषेक करते हैं।

सावन में कितने सोमवार होंगे और कब-कब पड़ेंगे-

इस महीने में कई त्योहार पड़ते हैं, इस कारण पूरा महीना ही एक उत्सवभरा रहता है।
 
इस साल सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस दिन शुभ योग भी बन रहा है। इस दिन चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेगा और आयुष्मान योग बन रहा है। 

पूरे माह में कुल 4 सोमवार

सावन के सोमवार कभी 4 और कभी 5 होते हैं, लेकिन इस बार महीने में कुल 4 सोमवार ही पड़ेंगे।

पहला सावन सोमवार व्रत- 26 जुलाई 2021

दूसरा सावन सोमवार व्रत- 2 अगस्त 2021

तीसरा सावन सोमवार व्रत- 9 अगस्त 2021

चौथा सावन सोमवार व्रत-16 अगस्त 2021


पूजन विधि

सावन के सोमवार में महादेव की पूजा सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि के बाद महादेव और माता पार्वती के समक्ष व्रत का संकल्प लें। इसके बाद दोनों के साथ वाली प्रतिमा या शिवलिंग को स्थापित कर जलाभिषेक करें। फिर महादेव को चंदन और माता पार्वती को सिंदूर अर्पित करें और इसी के साथ भगवान को फूल, धतूरा, दूध, बेलपत्र आदि अर्पित करें. इसके बाद माता पार्वती को सोलह श्रृंगार की चीजें अर्पित करें. फिर धूप, दीप और प्रसाद आदि चढ़ाएं। भगवान के सामने शांत बैठ कर ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। शिव चालीसा पढ़ें और आरती गाएं। फिर भगवान से अपनी भूल चूक को माफ करने के लिए प्रार्थना करें।


सावन सोमवार का महत्व 

सावन के सोमवार का व्रत वैसे तो पूरे सावन के महीने को ही भगवान शिव का महीना माना जाता है, लेकिन सोमवार का दिन खासतौर पर महादेव की आराधना के लिए माना गया है, ऐसे में सावन के महीने में सोमवार का महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है। जो लोग पूरे सावन के दौरान महादेव का व्रत नहीं रख पाते, वो लोग सावन के सोमवार का व्रत रखकर उनकी आराधना करते हैं।

शास्त्रों की मान्यता है कि सावन के महीने भगवान शिव की विशेष उपसाना की जाती है। श्रावण मास में शास्त्रों का अध्ययन करना, पवित्र ग्रंथों को सुनना अत्यंत शुभ एवं फलदायी बताया गया है। इस माह में धर्मिक कार्यों को करने से सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है और मन व चित्त दोनों शांत रहते हैं. भगवान शिव की कृपा से भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। ओम नमः शिवाय

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