मतदान केंद्र की तरह बनाए जाएंगे वैक्सीनेशन सेंटर, घर-घर पहुंचाई जाएगी पर्ची- एक जुलाई से अधिक से अधिक वैक्सीनेशन को तीन दिन किया जाएगा जागरूक
मतदान केंद्र की तरह बनाए जाएंगे वैक्सीनेशन सेंटर, घर-घर पहुंचाई जाएगी पर्ची
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ
प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे वैक्सीनेशन में तेजी लाने का हर संभव प्रयास सरकार के स्तर से हो रहा है। ताकि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराया जा सके। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश में जुलाई से ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव मोड में वैक्सीनेशन कराने की तैयारी शुरू है। गांवों में घर के पास मतदान केंद्र की तर्ज पर कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (टीकाकरण केंद्र) बनाए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण आसानी से वैक्सीनेशन करा सकें। मतदाता पर्ची की तर्ज पर वैक्सीनेशन के लिए घर-घर बुलावा पर्ची भेजी जाएगी। पर्ची पर व्यक्ति का नाम, तारीख एवं स्थान लिखा रहेगा। वैक्सीनेशन से पहले उन्हें जागरूक भी किया जाएगा।
शासन का दावा है कि जून माह में एक करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया जाएगा। अब जुलाई से विस्तृत कार्ययोजना बनाकर वैक्सीन लगाई जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लाक तथा शहरी क्षेत्र में शहरी निकाय को इकाई बनाकर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके लिए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, अपर निदेशक और सीएमओ को पत्र लिखा है।
शासन के पत्र के अनुसार घर के नजदीक वैक्सीनेशन के लिए केंद्र बनाने के लिए पंचायत घर, विद्यालय भवन या अन्य परिसर का उपयोग किया जाएगा। राजस्व ग्रामों के मुताबिक क्लस्टर बनाए जाएंगे। हर क्लस्टर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी करीब-करीब समान हो ताकि चार से छह दिन में सभी काे वैक्सीन लगाई जा सके। उसके हिसाब से टीकाकरण टीम बनेंगी। उसमें भौगोलिक स्थिति का ख्याल रखा जाए। क्लस्टर विभाजन के लिए मतदाता सूची की मदद ली जाएगी। प्रत्येक क्लस्टर के लिए टीकाकरण की तिथियां एवं स्थान पूर्व से घोषित रहेंगे। वहां रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा होगी।
पहले जागरूक करेगी टीम
क्लस्टर में टीकाकरण टीम के पहुंचने से पहले मोबिलाइजेशन टीम तीन दिन तक ग्रामीण व शहरी जनता को वैक्सीन एवं वैक्सीनेशन की महत्ता बताएंगे। वैक्सीन को लेकर उनके मन के संशय को दूर करेंगे।
आपात स्थिति से निपटेगी क्यूआरटी टीम
वैक्सीन का अगर किसी व्यक्ति में साइड इफेक्ट होता है तो ईएफआइ मैनेजमेंट के लिए दो क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) तैनात रहेगी। टीम के पास वाहन और जरूरी दवाएं होंगी। जटिलता बढ़ने पर 108 एम्बुलेंस से तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जाएगा।
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