दिनांक : 6 जून 2021, दिन : शनिवार
विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)
शक संवत : 1943
अयन : उत्तरायण
ऋतु : ग्रीष्म
मास : ज्येष्ठ
पक्ष : कृष्ण
तिथि - एकादशी पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र - रेवती रात्रि 11:28 तत्पश्चात अश्विनी
योग - सौभाग्य 06 जून प्रातः 03:36 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल - सुबह 09:17 से सुबह 10:57 तक
दिशाशूल - पूर्व दिशा में
सूर्योदय : प्रातः 05:57 बजे
सूर्यास्त : संध्या 19:17 बजे
व्रत पर्व विवरण -
एकादशी वृद्धि तिथि, विश्व पर्यावरण दिवस
विशेष -
हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं ।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
अपरा एकादशी
05 जून 2021 शनिवार को प्रातः 04:08 से 06 जून रविवार को सुबह 06:19 तक एकादशी है ।
विशेष - 06 जून रविवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।
अपरा एकादशी’ को उपवास करके भगवान वामन की पूजा करने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो श्रीविष्णुलोक में प्रतिष्ठित होता है ।इसका महात्म पढ़ने और सुनने से सहस्र गौदान का फल मिलता है ।
पंचक
01 जून रात्रि 3.57 बजे से 05 जून रात्रि 11.27 बजे तक
28 जून प्रात: 12.57 बजे से 3 जुलाई प्रात: 6.15 बजे तक
व्रत-त्योहार
एकादशी
06 जून, रविवार : अपरा एकादशी
21 जून, सोमवार : निर्जला एकादशी
प्रदोष
07 जून, सोमवार : सोम प्रदोष व्रत
22 जून, मंगलवार : भौम प्रदोष
अमावस्या
10 जून, बृहस्पतिवार : ज्येष्ठ अमावस्या
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