- शहर के तीन बाल संरक्षण गृहों का हाल जानने आईं बाल विकास सेवा एपं पुष्टाहार, महिला कल्याण राज्य मंत्री
प्रदेश की बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह मंगलवार दोपहर शहर आईं। उन्होंने शहर के तीनों राजकीय बाल संरक्षण गृहों का औचक निरीक्षण कर हाल जाना। कल्याणपुर स्थित राजकीय बाल गृह (बालक) के गेट पर जैसे ही राज्य मंत्री पहुंची। वहां के अधीक्षक बाल कृष्ण अवस्थी उनके सामने दंडवत हो गए। राज्य मंत्री के लपक कर पैर छूए। उन्होंने ऐसा करके अपने यहां की खामियों और नाकामियों को पर पर्दा डालने का भरसक प्रयास किया। हालांकि वहां रह रहे बच्चों ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर उनसे शिकायत की। इस पर मंत्री ने तल्ख लहजे में सुधार के आदेश दिए।
साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता बढ़ाएं
कोविड से अनाथ बच्चों का जाना हाल
राज्य मंत्री स्वाति सिंह ने स्वरूप नगर स्थित राजकीय बाल गृह (बालिका) भी पहुंच गईं। निरीक्षण के दौरान बालिकाओं से बात करके उनकी समस्याओं का जाना। उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और खानपान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधीक्षक एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी को आदेश दिया कि कोविड की वजह से जिन बच्चों के माता-पिता का निधन हो गया है। उनके सगे-संबंधी उन्हें रखने को तैयार नहीं हैं। ऐसे अनाथ बच्चों को सरकार चार हजार रुपये प्रतिमाह देगी। उनके देखभाल की संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। ऐसे बच्चों के देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। राजकीय बालगृह की बालिकाओं को शिक्षा के साथ सिलाई एवं कढ़ाई का प्रशिक्षण भी दिलाने का आदेश दिया।
गंदगी मिली तो जताई नाराजगी
नौबस्ता स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) का भी मंत्री ने जायजा लिया। वहां बच्चे गंदगी के बीच रह रहे थे। रसाेई घर एवं टायलेट में भी गंदगी थी। इस हाल काे देखकर नाराजगी जताई। उन्होंने संप्रेक्षण गृह की साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश दिया। तल्ख लहजे में कहा कि अगर दोबारा ऐसे हालात मिले तो अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। निरीक्षण के दौरान उपनिदेशक महिला कल्याण श्रुति शुक्ला, जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय सिंह, अधीक्षक सुमन लता समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
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