- राष्ट्रपति के आगमन के दौरान यातायात रोकने से लगे जाम में फंसकर महिला उद्यमी की हुई मृत्यु
- मातहताें के साथ पुलिस आयुक्त ने महिला उद्यमी के घर जाकर दी श्रद्धांजलि, परिजनों को सांत्वना
- ट्विटर पर भी माफी मांगी, लिखा प्रण करते हैं दोबारा नहीं होगी ऐसी घटना, अब होंगे बेहतर इंतजाम
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के शहर आगमन के दौरान यातायात्र रोके जाने के बाद लगे जाम के दौरान ऐसी घटना घटित हो गई, जिसे कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को शर्मिंदा होना पड़ गया। ऐसे में पुलिस आयुक्त काे आगे आकर मांफी मांगना पड़ गया। उन्होंने ट्विटर हैंडल पर भी माफी मांगी है। भविष्य में यातायात रोकने की बेहतर प्लानिंग का प्रण लिया है, ताकि कम से कम आमजन प्रभावित हों। दोबारा ऐसे हालात न उत्पन्न होने पाएं।
किदवई नगर निवासी महिला उद्यमी वंदना मिश्रा, जो इंडियन इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (आइआइए) की महिला विंग की अध्यक्ष हैं। वह कई दिनों से बीमार थीं। कोरोना के संक्रमण से ठीक होने के बाद भी उनकी तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी। शुक्रवार को जब उन्हें घबराहट के साथ उल्टियां होने लगीं। उनके पति शरद मिश्रा उन्हें रीजेंसी अस्पताल में दिखा। आराम मिलने के बाद घर आ गईं। शाम को उनकी फिर से तबीयत खराब हो गई।
उन्हें दोबारा उनके पति एवं स्वजन रीजेंसी अस्पताल लेकर भागे। गोविंदपुरी पुल पर लगे जाम में उनकी कार फंस गई। उनके पति का आरोप है कि वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों को इमरजेंसी होने की बात बताई। उसके बाद भी उन्होंने राष्ट्रपति के आगमन की जानकारी देते हुए आगे जाने से रोक दिया। जाम खुलने के बाद वह अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया।
शनिवार सुबह जब पुलिस आयुक्त असीम अरुण को इस प्रकरण की जानकारी हुई। उन्होंने पुलिस कमिश्नरेट के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस दुखद घटना के लिए माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है कि आइआइए की अध्यक्षा बहन वंदना मिश्रा जी के निधन के लिए कानपुर नगर पुलिस और व्यक्तिगत रूप से मैं क्षमा का प्रार्थी हूं। भविष्य के लिए यह बड़ा सबक है। हम प्रण करते हैं कि हमारी रूट व्यवस्था ऐसी होगी कि न्यूनतम समय के लिए नागरिकों को रोका जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
पुलिस कमिश्नर, डीसीपी यातायात बीबीजीडीएस मूर्ति, डीसीपी साउथ रवीना त्यागी समेत डेढ़ सौ पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को लेकर महिला उद्यमी के घर पहुंच गए। उनके पति शरद मिश्रा और उनके परिवारीजनों से बातचीत की। पुलिस आयुक्त ने इस घटना के लिए पीड़ित परिवार के सामने खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी। इसके लिए रणनीति बनाई जाएगी।
वीवीआइपी मूमेंट के चलते जाम में फंसे किसी बीमार की मृत्यु की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। हर बार ऐसी घटनाओं को लेकर चर्चा तो होती है, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई पहल नहीं की जाती है। न ही कोई संवेदनशीलता दिखाता है। पहली बार कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने अपनी तरह की अच्छी पहल की है। आमजन को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की गई है कि आगे से ऐसी घटनाएं न होने पाएं।
if you have any doubt,pl let me know