Up Congress : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बोलीं-इलाज के लिए कर्ज ले रहे लोग, मुआवजा दे सरकार

0

  • कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बोलीं- जनता को बुरे हालात में छोड़ने के बजाय जन कल्याणकारी कदम उठाए यूपी सरकार
  • व्यापारियों और दुकानदारों को तत्काल चाहिए राहत : प्रियंका गांधी
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र, मध्यम वर्ग की समस्याओं को उठाया


  • व्यापारियों और दुकानदारों को तत्काल चाहिए राहत : प्रियंका गांधी



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ


अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कई महत्वपूर्ण सलाह दी हैं। प्रियंका गांधी ने लिखा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने आमजन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इस लहर के दौरान व्यवस्था की ढुलमुल तैयारियों के चलते जनता को असहनीय पीड़ा उठानी पड़ी। लोग इलाज के लिए कर्ज ले रहे हैं, उनके इलाज का इंतजाम न कर पाने पर सरकार को उनका मुआवजा देना चाहिए।



कांग्रेस महासचिव ने लिखा है कि अप्रैल-मई में मचे हाहाकार ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की कोई प्लानिंग नहीं थी। कई सारे अनावश्यक नियम और लालफीताशाही ने लोगों के लिए मुश्किलों का पहाड़ लेकर खड़ा कर दिया। महामारी ने जहां एक तरफ हजारों-लाखों लोगों को हमसे छीना, वहीं दूसरी तरफ रोजी-रोजगार, व्यापार और काम-धंधे के सामने भारी मुश्किलें पैदा कर दी हैं। आज करोड़ों लोग भविष्य को लेकर आशंकित है, उनकी कमाई के साधन कम हुए हैं। तेजी से महंगाई बढ़ी है। इसने मध्यम वर्ग को मुश्किलों में डाल दिया है। ईमानदारी और मेहनत से खाने-कमाने वाले इन मुश्किल हालातों में सरकार ने उनके हाल पर छोड़ दिया है। उनके हाल पर छोड़ने की बजाय सरकार आगे बढ़कर जनकल्याणकारी कदम उठाए।



महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र के जरिए सलाह दी है कि महामारी में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा निजी क्षेत्र के अस्पतालों ने बड़ी भूमिका निभाई है। कई गैर-सरकारी अस्पतालों ने जनसेवा की ईमानदार मिसाल पेश की है। प्रदेश से निजी अस्पतालों द्वारा आम जनता से इलाज के लिए मोटी रकम वसूलने की शिकायतें आई। मरीजों के लिए परेशान लोग भारी-भरकम बिल चुकाने के लिए कर्ज ले रहे हैं। जैसे-तैसे पैसा जुटा रहे हैं। 


उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर इलाज के लिए सुविधा के हिसाब से उचित एवं जनहितैषी दर निर्धारित की जाएं, जिससे अस्पतालों का आर्थिक नुक़सान न हो और न ही जनता का शोषण हो। सरकार मूल्यांकन कराएं, जिनसे जरूरत से ज्यादा पैसा वसूला गया, उनको मुआवजा देने की व्यवस्था करे। 


प्रियंका गांधी ने लिखा है कि बढ़ती महंगाई के चलते आम लोगों के लिए दैनिक उपभोग की वस्तुएं खरीदना मुश्किल है। खाद्य तेल, सब्जियां, फल, और घरेलू इस्तेमाल की चीजें तेजी से महंगाई की चपेट में हैं। प्रदेश में महंगाई पर नियंत्रण के लिए और वस्तुओं का दाम बांधने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए जाने चाहिए ताकि इस बंदी के समय लोगों को घर चलाने में दिक्कत न हो। 

 

उन्होंने पत्र में कहा है कि उत्तरप्रदेश की जनता बिजली के बढ़े दामों और स्मार्ट मीटरों से पहले ही बहुत त्रस्त है। संकट के इस दौर में उसे बिजली के बिलों में राहत मिलनी चाहिए लेकिन एक बार फिर उत्तरप्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाये जाने की खबरें आ रही हैं। कृपया बिजली के दाम में एक भी पैसे की बढ़ोत्तरी न करें। 


प्रियंका गांधी ने पत्र में लिखा है कि सूबे के स्कूल बंद हैं किंतु अभिवावकों पर स्कूलों में हर महीने फीस जमा करने का दबाव है। स्कूलों के सामने भी अपने शिक्षकों को वेतन देने इत्यादि का संकट है। प्रदेश सरकार को स्कूलों के प्रतिनिधियों एवं अभिवावकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर एक खाका तैयार कर फीस में छूट देने एवं स्कूलों को आर्थिक मदद का पैकेज देने की एक व्यवस्था बनानी चाहिए।


उन्होंने पत्र में लिखा है कि बंदी की मार झेल रहे प्रदेश के व्यापारी एवं दुकानदार साथियों को राहत देने के लिए एक खाका तैयार किया जाए। जिसके जरिये उन्हें करों एवं शुल्कों में थोड़ी राहत दी जाए।

Post a Comment

0 Comments

if you have any doubt,pl let me know

Post a Comment (0)
To Top