दिनांक : 15 मई 2021, दिन : शनिवार
विक्रम संवत : 2078 (गुजरात : 2077)
शक संवत : 1943
अयन : उत्तरायण
ऋतु : ग्रीष्म
मास : वैशाख
पक्ष : शुक्ल
तिथि : तृतीया सुबह 07:59 बजे तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र : मॄगशिरा सुबह 08:39 बजे तक तत्पश्चात आर्द्रा
योग : धृति 16 मई रात्रि 02:29 बजे तक तत्पश्चात शूल
राहुकाल : सुबह 09:18 बजे से सुबह 10:57 बजे तक
सूर्योदय : प्रातः 06:02 बजे
सूर्यास्त : संध्या 19:08 बजे
दिशाशूल : पूर्व दिशा में
पंचक
01 जून रात्रि 3.57 बजे से 05 जून रात्रि 11.27 बजे तक
28 जून प्रात: 12.57 बजे से 3 जुलाई प्रात: 6.15 बजे तक
व्रत-पर्व विवरण
एकादशी
23 मई, रविवार : मोहिनी एकादशी
06 जून, रविवार : अपरा एकादशी
21 जून, सोमवार : निर्जला एकादशी
प्रदोष
24 मई, सोमवार : सोम प्रदोष व्रत
07 जून, सोमवार : सोम प्रदोष व्रत
22 जून, मंगलवार : भौम प्रदोष
अमावस्या
11 मई, मंगलवार : वैशाख अमावस्या
10 जून, बृहस्पतिवार : ज्येष्ठ अमावस्या
पूर्णिमा
26 मई, बुधवार : बुद्ध पूर्णिमा
व्रत-पर्व महात्म्य
विनायक चतुर्थी
विशेष
तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
ऐसे बनेंगे बिगड़े काम
अगर जीवन में बाधाएं आ रही हैं तो शनिवार को काले कुत्ते, काली गाय को रोटी और काली चिड़िया को दाने डालें। ऐसा करने से आपके सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है व महादशा चल रही है तो आप शनिवार के दिन सरसों के तेल में बना हुआ भोजन गरीबों को दान दें।
सुख-समृद्धि की सदैव वृद्धि हेतु
घर के मध्य में तुलसी का पौधा होने से घर में प्रेम के साथ-साथ सुख-समृद्धि की भी वृद्धि होती रहती है।
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