Kanpur State Government Employee : पुण्यतिथि : पीएन शुकुल के योगदान को भुला नहीं सकते कर्मचारी

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  • राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संस्थापक महामंत्री पीएन शुकुल की पुण्यतिथि पर वर्चुअल श्रद्धांजलि सभा



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, कानपुर

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के संस्थापक महामंत्री राज्यसभा एवं विधान परिषद् सदस्य स्व. पीएन शुकुल की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि पीएन शुकुल के योदान को कर्मचारी कभी भुला नहीं सकते हैं। वेतन, महंगाई भत्ता दिलाने के लिए वह 66 दिनों तक हड़ताल पर डटे रहे। उनके दृढ़ संकल्प एवं जीवटता के आगे सरकार को अंतत: झुकना ही पड़ा था।

शुक्रवार को उनकी पुण्यतिथि पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश ने वर्चुअल श्रद्धांजिल सभा परिषद के जिला अध्यक्ष राजा भरत अवस्थी की अध्यक्षता में आयोजित की। उन्होंने कहा कि पीएन शुकुल सदैव कर्मचारी हितों के लिए संघर्ष करते रहे। कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर रहते थे, इस वजह से उन्हें कई बार प्रताड़ना भी झेलनी पड़ी, लेकिन वह न कभी हारे और न ही कभी झुके। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।


अध्यक्ष राजा भरत अवस्थाी ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण यथाशीघ्र कराए, एस्मा लगाए जाने से हम संघर्ष पर मजबूती से चलने की प्रेरणा अपने संस्थापक पी एन शुकुल से लेते हैं। सरकार पुरानी पेन्शन, कैशलेश इलाज, वेतन विसंगतियों को दूर करने, मोटर साइकिल भत्ता, कोरोना संक्रमण से मृत कर्मचारियों को एक करोड़ रुपये दिए जाने ,संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने आदि मांगो को पूरा कराने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। सरकार एस्मा की धमकी देकर डराने की कोशिश कर रहे है, लेकिन कर्मचारी इससे डरने वाले नहीं हैं।

वहीं, कोषागार कर्मचारी संघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष एसएम जेड नकवी ने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए पीएन शुकुल ने परिषद की स्थापना की थी। केन्द्र के समान राज्य कर्मचारियों को वेतन एवं महंगाई-भत्ते दिलाने के लिए 66 दिन की हड़ताल की, जिससे सरकार को उनकी मांगों को मानना पड़ा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री संतोष तिवारी ने कहा कि राज्य कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए पीएन शुकुल ने दो वर्षों तक जेल में यातनाएं झेली।


वहीं, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नेता प्रत्यूष द्विवेदी ने कहा कि उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। बाल पुष्टाहार विभाग की सुपरवाइज़र्स एशोसिएशन की अध्यक्ष बहन मंजूरानी कुशवाहा ने कहा कि लखनऊ में परिषद भवन के निर्माण के लिए एक लाख रुपये की चेक देकर परिषद भवन को बनाने की उनकी आखिरी इच्छा पूरी करने की बात रखी।

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