Covid-19 : सीएसआइआर बताएगा कोरोना के किस स्ट्रेन ने बरपाया कहर

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  • वायरस की जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ के केजीएमयू भेजे गए थे 68 सैंपल
  • शासन ने जीएसवीएम समेत सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों को जारी किया आदेश



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, कानपुर


कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में कोरोना वायरस के किस स्ट्रेन (रूप) ने प्रदेश में तबाही मचाई है। अब इसका पता लगाने की कवायद शुरू हो गई है। गंभीर कोरोना संक्रमितों के सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जिनाेमिक सेल इंट्रीग्रेटेड बायोलॉजी (सीएसआइआर-आइजीआइबी) भेजे जाएंगे। जहां जिनोम सिक्वेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के स्ट्रेन का पता लगाया जाएगा। इसको लेकर शासन ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज समेत सूबे के राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों को आदेश जारी किया है।


कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने मार्च के अंतिम सप्ताह से कहर बरपाना शुरू कर दिया था। अप्रैल से कोरोना वायरस की चपेट में आकर हजारों-हजार की संख्या में संक्रमित होने लगे थे। कड़ी संख्या में असमय लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हालांकि लगभग डेढ़ माह तक तबाह मचाने के बाद वायरस के संक्रमण के ग्राफ में कमी आई है, लेकिन मौत का सिलसिला अभी भी थम नहीं रहा है। कहर के बीच मेरठ में ब्रिटेन (यूके) के वायरस का स्ट्रेन मिला था। इसके बाद शासन ने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थित आइसीएमआर की लैब में वायरस के स्ट्रेन का पता लगाने के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग जांच कराने के लिए सैंपल मंगाए थे, जिसमें कहा गया था कि वैसे गंभीर मरीज, जिनकी सीटी वैक्ल्यू 25 या उससे अधिक है उनका नमूना जांच के लिए केजीएमयू भेजा जाए।


पांच सैंपल रिजेक्ट, 68 की नहीं आई रिपोर्ट


जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग से सबसे पहले पांच सैंपल केजीएमयू भेजे गए। उनकी ठीक से कोल्ड चेन मेंटेन न होने की वजह से वह खराब हो गए। वहां के विशेषज्ञों ने उन सैंपल को रिजेक्ट कर दिया था। उसके बाद से अब तक 68 सैंपल भेजे जा चुके हैं, लेकिन उनमें से किसी की भी जिनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट आज तक नहीं भेजी गई।


इन संक्रमितों के भेजे जाएंगे सैंपल


  • रिपोर्ट पॉजिटिव व सीटी वैल्यू 30 से ऊपर हो।
  • वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित हुए हों।
  • लंबे समय तक संक्रमित अस्पताल में भर्ती रहा हो।
  • सैंपल माइनस 80 डिग्री सेल्सियस में सुरक्षित रखा जाए।
  • सैंपल भेजते समय भी कोल्ड चेन मेंटेन रखी जाए।

 

अब जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल जांच के लिए सीएसआइआ-आइजीआइबी भेजे जाएंगे। इसको लेकर शासन ने पत्र जारी किया है। वहां वायरस के जिनोम की जांच कर यह पता लगाएंगे कि वायरस का कौन सका स्ट्रेन है। सैंपल के साथ मरीज की जरूरी जानकारी भी भेजी जानी है। इसके लिए प्राचार्य ने सीएमओ को पत्र लिखा है। उसके बाद से संक्रमितों का सैंपल एकत्र किया जाएगा।

  • डॉ. विकास मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रभारी, कोविड लैब, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज।



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