Covid-19 ; America Banned Entry of Indians From Today : अमेरिका ने आज से भारतीयों के प्रवेश पर लगाई रोक

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  • भारत में कोरोना महामारी के गंभीर संक्रमण को देखते हुए लिया निर्णय



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, नई दिल्ली


वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे भारत के लिए बुरी खबर है। अमेरिका ने भारत से आने वाले गैर अमेरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। जो 14 दिनों के भीतर भारत में रहे हों। यह प्रतिबंध आज यानी मंगलवार से प्रभावी हो गया है।


अमेरिका ने भारत से आने वाले सभी गैर अमेरिकी यात्रियों की यात्रा पर पाबंदी लगाई है। अमेरिकी सरकार ने कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति से जूझ रहे भारत से अपने देश आने वालों के प्रवेश पर रोक लगाई है।


इन देश के यात्रियों को छूट



अमेरिका ने भारत में कोरोना महामारी के कहर की वजह से ऐसा किया है। हालांकि इस आदेश में अमेरिकी नागरिकों, ग्रीनकार्ड धारकों और उनके गैर अमेरिकी जीवनसाथी और उनके बच्चों को छूट रहेगी। इसके अलावा कुछ श्रेणियों में छात्रों, शिक्षाविदों और पत्रकारों को भी छूट प्रदान की गई है।



अनिश्चित काल के लिए लागू यात्रा प्रतिबंध


अमेरिका ने भारत से यात्रा प्रतिबंध अनिश्चितकाल के लिए लागू किया है। इस संबंध में राष्ट्रपति जो बाइडन अगले घोषणा पत्र से ही यह समाप्त हो सकते हैं। यह पाबंदी अमेरिकी राष्ट्रपति के अगले आदेश तक जारी रहेगी। यह फैसला स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के तहत रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की सलाह पर लियाग गया है।



क्लास शुरू होने के 30 दिन में आ सकते छात्र


विदेश मंत्रालय ने 26 अप्रैल को जारी आदेश में कहा था कि जिन छात्रों के पास वैध एफ-1 और एम-1 वीजा है। उनके क्लास यानी कक्षाएं एक अगस्त या उसके बाद शुरू होने वाली हैं। उन्हें यात्रा के लिए अभी छूट हासिल करने की जरूरत नहीं है। क्लास शुरू होने के पहले 30 दिनों के भीतर ही वे अमेरिका में प्रवेश कर सकते हैं। छात्र निकटवर्ती दूतावास या कौंउंसलेट में जाकर वीजा की स्थिति देख सकते हैं।


रिपब्लिक सांसदों ने फैसले पर जताया विरोध


रिपब्लिक सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडन के भारत से यात्रा पर पाबंदी के फैसले को लेकर विरोध जताया है। सांसद टिम बरचेट ने ट्वीट कर कहा था कि भारत हमारा सहयोगी और वहां से यात्रा पर हम पाबंदी लगा रहे हैं, जबकि मैक्सिकों जाने वाली सीमा को खुला छोड़ दिया गया है। यह तार्किक फैसला नहीं है। वहीं, एक और रिपब्लिकन सांसद जोडी एरिंगटन ने कहा कि बाइडन का यह फैसला वैसा ही है, जैसे कि आप सामने के दरवाजे पर ताला लगा दें, लेकिन पीछे के दरवाजे को खुला छोड़ दें। एक महिला सांसद लॉरेन बोएबर्ट ने कहा कि मुझे लगाता है यह दूसरे देशों के नापसंद करने जैसा है।


ट्रंप के फैसले का बाइडन ने किया था विरोध


जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोप से यात्रा पर पाबंदी लगाई थी, तब डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे बाइडन ने ट्रंप के फैसले का विरोध किया था।


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