प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड हॉस्पिटलों में कार्यरत डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टॉफ को कार्य दिवस के लिए 25 फीसद अतिरिक्त राशि बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों के मानदेय में 25 फीसद अतिरिक्त धनराशि प्रदान की जाएगी। वहीं, प्रदेश में छह मई को सुबह 7 बजे तक आंशिक काेरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा। मुख्यमंत्री सोमवार को वर्चुअल माध्यम से उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री को बैठक के दौरान बताया गया कि पिछले 24 घंटे के दौरान 2,29,440 जांच की गई है। कोरोना के संदेह में 1, 29000 से अधिक की आरटीपीसीआर जांच की गई है, उसमें से 29,192 नए संक्रमित सामने आए हैं, जबकि 38,687 व्यक्ति स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं। राज्य में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 285832 रह गई है।
मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक एंटीजन टेस्ट करने के पर्याप्त संख्या में किट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान के दौरान शहरी क्षेत्रों में कोरोना टेस्टिंग का कार्य भी चलता रहे।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग को राज्यस्तर पर विशेषज्ञों की सलाहकार समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। समिति के विशेषज्ञ संक्रमण से बचाव के उपायों को विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचारित और प्रसारित कराएं। जिला स्तर पर भी इसी तरह विशेषज्ञों के पैनल का गठन करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि अब प्रदेश में छह मई को सुबह 7 बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा। इस दौरान जरूरी सेवाएं बेरोक टोक चलती रहेंगी। दवाइयों और सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी। डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को प्रोत्साहत किया जाए।
बसों का संचालन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रदेश के अंदर ही चलाया जाएगा। औद्योगिक संस्थानों और इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क एवं आवश्यकता अनुसार कोविड केयर सेंटर स्थापित कराए जाएं। घर से काम अगर हो सकता हो तो वर्क फ्रॉम होम को प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को टीकाकरण कार्य जारी रखने का प्रयास किया जाए। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि किसी भी जरूरतमंद को एंबुलेंस, बेड, ऑक्सीजन के लिए परेशान न होना पड़े। दवाइयों और ऑक्सीजन के लिए अधिक धनराशि वसूलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में सेक्टर प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे जरूरतमंद संक्रमितों को ऑक्सीजन सुलभ कराने के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाई जाए। प्रत्येक जिले में एक रीफिलर को होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए नामित किया जाए। मुख्यमंत्री को बताया गया कि विगत दिनों में प्रदेश में 736 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की रिकॉर्ड आपूर्ति हुई है। राज्य के 61 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के प्रस्ताव केंद्र सरकार काे उपलब्ध कराए गए हैं। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग भी मौजूद रहे।
if you have any doubt,pl let me know