Production of 80 Lakh Remedisvir Injection every month in the country : कोरोना को मात देने के लिए देश में हर माह 80 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन का उत्पादन

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  • रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग को देखते हुए सरकार ने फार्मा कंपनियों के साथ की अहम बैठक
  • केंद्र सरकार ने इंजेक्शन की प्रति माह 80 लाख डोज का उत्पादन करने की प्रदान की है मंजूरी



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, नई दिल्ली


कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए सरकार के स्तर से युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिसे रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ गई है। इंजेक्शन की मांग को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने बुधवार को फार्मा कंपनियों के साथ अहम बैठक की। 


बैठक के उपरांत केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि राहत की बात है कि अब जल्द ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग पूरी होने लगेगी। सरकार की ओर से प्रति माह 80 लाख डोज इंजेक्शन के उत्पादन की मंजूरी प्रदान कर दी है। इसका जल्द ही उत्पादन शुरू हो जाएगा। रेमडेसिविर इंजेक्शन के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। निर्माता कंपनियों को इंजेक्शन की कीमतें भी कम करके 3500 रुपये करने के लिए भी कहा गया है।


केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय के मुताबिक रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली सात फार्मा निर्माता कंपनियां वर्तमान में कुल 38.80 शीशी प्रति माह उत्पादन कर रही थीं। छह निर्माताओं को 10 लाख शीशी प्रति माह इंजेक्शन के उत्पादन क्षमता वाले सात और स्थलों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अलावा 30 लाख शीशी प्रति माह उत्पादन शामिल है।


रेमडेसिविर इंजेक्शन एंटी वायरल दवा है, इसका निर्माण हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए भी किया गया था। बाद में इसका उपयोग इबोला वायरस के इलाज में भी किया गया है। कोरोना वायरस के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली शुरूआती दवाओं में रेमडेसिविर इंजेक्शन भी शामिल है।



जरूरत के हिसाब से हो इस्तेमाल : सरकार


केंद्र सरकार ने कहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत है। इसलिए चिकित्सक कोरोना वायरस से बचाव वाली वायरस रोधी दवा रेमडेसिविर का इस्तेमाल जरूतर के हिसाब से किया जाए। चिकित्सक अपने विवेक एवं मरीज की जरूरत के हिसाब से ही उसका उपयोग करें। इसका इस्तेमाल अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के गंभीर मरीजों पर ही किया जाए। इसका इस्तेमाल घर पर न किया जाए।



ऑक्सीजन पर निर्भर गंभीर मरीजों को दें : डॉ. पॉल


नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग सिर्फ गंभीर मरीजों को ही किया जाए। वैसे संक्रमित जो कोविड लेवल थ्री हॉस्पिटल में भर्ती हैं, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। ऑक्सीजन पर निर्भर गंभीर मररीजों को ही रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाए। घर पर रह रहे, हल्के लक्षण के संक्रमितों को इस इंजेक्शन का उपयोग न किया जाए। इन इंजेक्शन को सीधे दवा दुकानों से भी नहीं खरीदना है। 

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