समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव। सौजन्य: सोशल मीडिया। |
समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अचानक सुबह पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। अपने बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ पार्टी कार्यालय में अकेले में मंत्रणा की। उनकी झलक पाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बेताब रहे। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव जब वहां से चले गए, उसके बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव गुरुवार सुबह तकरीबन 10 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंच गए। सामान्य दिनों में वह दोपहर 12 बजे के बाद ही पार्टी कार्यालय आते हैं। गुरुवार को वह सुबह 10 बजे ही पहुंच गए। जब उनके पार्टी कार्यालय पहुंचने की जानकारी सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हुई वह भी आधा घंटे में वहां पहुंच गए।
अखिलेश यादव के आने के बाद अन्य पार्टी पदाधिकारी भी कार्यालय पहुंचने लगे। जहां मुलायम सिंह यादव एवं अखिलेश यादव के बीच बातचीत चल रही थी, वहां किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। पार्टी जनों के मुताबिक लगभग तीन घंटें तक पिता-पुत्र के बीच विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई है।
पार्टीजनों के मुताबिक कई जिलों में जिला पंचायत सदस्यों के नाम को लेकर विवाद की शिकायतें सपा संरक्षक मुलायक सिंह यादव तक पहुंच रही हैं। इसको लेकर वह सपा अध्यक्ष से बातचीत करने आए थे। बताया जा रहा है कि सपा संरक्षक ने आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की तैयारियों को लेकर भी सवाल-जवाब किए। पूछा पार्टी की क्या रणनीति है, यह जानने की कोशिश की कि पार्टी ने अभी से क्या-क्या तैयारियों कर ली हैं। हालांकि इस बंद कमरे की गुप्त मंत्रणा को लेकर अभी पार्टी ने बयान जारी नहीं किया है।
पार्टी कार्यालय में जब सपा संरक्षण और अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच वार्ता चल रही थी, उस समय पार्टी कार्यालय में कई वरिष्ठ सपा नेता पहुंच चुके थे, लेकिन किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। बातचीत खत्म होने से कुछ देर पहले की पूर्व मंत्री बलराम यादव को अंदर बुलाया गया।
सपा अध्यक्ष से बातचीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व सपा संरक्षक मुलायक सिंह यादव कक्ष से बाहर निकले। वहां मौजूद पार्टीजन और कार्यकर्ताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया। उसके बाद अपनी कार में बैठकर कार्यालय से चले गए। उनके जाने के बाद बाद सपा अध्ययक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश भर से आए वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी बातें सुनीं।
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