- डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुआ फैसला, अधिक बिल वसूली की शिकायत पर होगी कार्रवाई
- कोविड के प्रोटोकॉल एवं मानक में गड़बड़ी भी नहीं होगी बर्दाश्त, नियमित प्रशासन कराएगा चेकिंग
जिले में कोरोना वायरस का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। इस वर्ष एक दिन में सर्वाधिक 617 केस रिपोर्ट हुए हैं। तेजी से बढ़ते गंभीर संक्रमितों की वजह से सरकारी कोविड हॉस्पिटल फुल हो गए हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए शुक्रवार देर रात डीएम के कैंप कार्यालय में आपात बैठक हुई, जिसमें पूर्व की भांति सरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर के कोविड हॉस्पिटलों को सक्रिय करने का फैसला लिया गया।
डीएम आलोक तिवारी ने कहा कि जिले में तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इसलिए अब प्राइवेट अस्पतालों के कोविड हॉस्पिटलों को पूर्व की तरह शुरू किया जाए। डीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए पहले की तरह की सभी सुविधाएं देनी हैं, ताकि लोगों को आसानी से इलाज मुहैया हो सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सूरत में ओवर बिलिंग नहीं होनी चाहिए। इसका विशेष ध्यान रखना है। सभी सुविधाएं और व्यवस्थाएं मानक के अनुरूप हों।
डीएम ने कहा कि सभी अस्पताल अपने यहां फायर ऑडिट करा लें। कोविड के इलाज के लिए फीस का बोर्ड लगाएं। कोविड का पोर्टल लगातार अपडेट करते रहें। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर 24 घंटे उपस्थित रहें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आइसीयू का सीसीटीवी फुटेज विजुअल रहे। अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों को उनकी स्थिति लगातार बताई जाती रहे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. महेश कुमार, सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा, एडीएम सिटी, सेवन एयर फोर्स हॉस्पिटल, रीजेंसी हेल्थ केयर, एसपीएम हॉस्पिटल, जीटीबी हॉस्पिटल तथा एसआईएस हॉस्पिटल के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पांच अस्पतालों में कोविड के 307 बेड बढ़े
अस्पताल का नाम : बेड संख्या
7 एयरफोर्स अस्पताल : 25 बेड
रीजेंसी अस्पताल : 75 बेड
एसपीएम अस्पताल : 77 बेड
जीटीबी हॉस्पिटल : 60 बेड
एसआईएस हॉस्पिटल : 70 बेड
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