- मुख्यमंत्री योगी का निर्देश, जिलाधिकारी और सीएमओ कराएंगे इंजेक्शन का इंतजाम
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस प्रदेश में कहर बरपा रहा है। रोजाना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं। ऑक्सीजन से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन तक के लोग मरीजों के परिवारीजनों को जूझना पड़ रहा है। इन हालात से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभाली है। उनकी पहल पर निजी अस्पतालों में भर्ती गंभीर कोरोना संक्रमितों को रेमडेसिविर इंजेक्शन मुफ्त दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया भी मुख्यमंत्री ने तय कर दी है। यह आदेश मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को टीम 11 की बैठक में दिए हैं।
सरकारी अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन नि:शुल्क मिलेगा। वहीं सरकार ने निजी अस्पतालों को इंजेक्शन निर्धारित दर पर मुहैया कराया जाएगा। सरकार अस्पतालों में भर्ती होकर इलाज कराने वाले कोरोना संक्रमितों को रेमडेसिविर इंजेक्शन नि:शुल्क दिया जा रहा है।
अगर निजी अस्पतालों में भर्ती गंभीर मरीज अगर रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजाम नहीं कर पाता है। वैसी स्थिति में जिलाधिकारी एवं सीएमओ उसे नि:शुल्क इंजेक्शन उपलब्ध कराएंगे। यह व्यवस्था विशेष परिस्थितियों में ही की जाएगी। इसकी पूरी प्रक्रिया मुख्यमंत्री ने तय कर दी है।
जीवन रक्षक रेमडेसिविर की कमी नहीं
मुख्यमंत्री ने सोमवार को बैठक के दौरान कहा कि जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी नहीं है। जिलों में मांग के अनुरूप रेमडेसिविर इंजेक्शन के वॉयल पर्याप्त मात्रा में मुहैया कराए जा रहे हैं। अगर जरूर हुई तो निजी अस्पतालो को भी तय दरों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन मुहैया कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है।
मेडिकल सप्लाई कॉपोरेशन से आपूर्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति सरकारी अस्पतालों, राजकीय और प्राइेवट मेडिकल कॉलेजों में यूपी मेडिकल सप्लाई कॉपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से की जाएगी। इस दवा की कालाबाजारी की रोकथाम के निर्देश दिए हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्धता के आधार पर जिलों को मुहैया कराया जाएगा। इंजेक्शन एल-2 और एल-3 कोविड हॉस्पिटल में भी दिया जाएगा।
वेंटिलेटर-ऑक्सीजन बेड पर मिलेगा इंजेक्शन
राजकीय और निजी मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों के नॉन इन्वेंसिव वेंटिलेटर के सभी बेड के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक वॉयल प्रतिदिन दी जाएगी। 15 फीसद ऑक्सीजन बेड के लिए भी रेमडेसिविर दी जाएगी। इस स्थिति में यह संख्या 5500 वॉयल रोजाना होगी। इसके वितरण का मेडिकल कॉलेज वार विवरण महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराएंगे।
मेडिकल कॉलेज खरीद सकेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन
मेडिकल कॉलेज अपने संसाधनों से भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद कर सकेगा। चिकित्सा विभाग के एल-2 कोविड हॉस्पिटल के लिए जरूरत के हिसाब से रेमडेसिविर की वॉयल प्रतिदिन दी जाएगी। इंजेक्शन के वॉयल आईसीयू एवं आइसोलेशन बेड की संख्या के आधार पर निर्धारित किए जाएंगे। इसका विवरण महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उपलब्ध कराएंगे।
इमरजेंसी के लिए प्रत्येक जिलों को 1800 वॉयल
सभी जिलों में इमरजेंसी की स्थिति में प्रयोग के लिए रेमडेसिविर की 1800 वॉयल दी जाएगी। इसे सरकारी अस्पतालों या निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जीवन रक्षा के लिए डॉक्टर के पर्चे पर तय दरों पर सीधे मरीज के परिजन को दिया जा सकेगा।
रेमडेसिविर इंजेक्शन मंडलायुक्त करेंगे आवंटित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमित मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता से पहले यह चेक किया जाएगा कि संक्रमित किसी अस्पताल में भर्ती है। वहां के रेमडेसिविर डोज के लिए उसके पास पर्ची उपलब्ध है। मंडल में चिकित्सा सुविधा एवं मेडिकल कॉलेजों के अनुसार संबंधित जिलाधिकारी की संस्तुति पर मंडलायुक्त आवटित करेंगे।
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