- सरकार नियामानुसार इलाज का वहन करेगी खर्च
- सीएम ने कोविड से उपजे हालात पर की टीम 11 संग समीक्षा
प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। तेजी से बढ़ रहे संक्रमितों की संख्या के आगे बेड कम पड़ रहे हैं। आमजन अपने बीमार एवं संक्रमित परिवारीजनों को लेकर सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं। समय से इलाज न मिलने से मौतें हो रही हैं। कोहराम मचा हुआ है। इन हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अगर सरकारी में बेड नहीं मिल रहा है तो निजी अस्पतालों में इलाज कराएं। सरकार नियामानुसार इलाज का खर्च वहन करेगी। कुछ भी हो संक्रमित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। एंटीजन टेस्ट में संक्रमित मिलने वालों को भी इलाज उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को टीम-11 के साथ कोविड से उपजे हालात को लेकर समीक्षा बैठक में कहा कि कोई भी सरकारी या निजी अस्पताल कोरोना संक्रमितों के इलाज से मना नहीं कर सकता है। सरकारी में बेड नहीं है तो निजी अस्पताल में इलाज कराएं। नियमानुसार सरकार इलाज का खर्च वहन करेगी। किसी भी सूरत में मरीजों को इलाज मिलना चाहिए।
प्रदेश में 24 घंटे में आए 35,614 नए संक्रमित मिले
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 घंटों में प्रदेश में 35614 नए कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। वहीं, 25633 संक्रमित इलाज के उपरांत स्वस्थ होकर घर भेजे गए हैं। प्रदेश में अब तक 7.77 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। यह स्थिति दवाई भी और कड़ाई भी के सूत्र वाक्य को प्रभावी ढंग से अमल में लाने से संभव हुआ है।
एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को एक मई से कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश सरकार ने उनका नि:शुल्क वैक्सीनेशन कराने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए 50-50 लाख वैक्सीन की डोज का ऑर्डर दोनों वैक्सीन निर्माता कंपनियों को दे दिया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार भी वैक्सीन की डोज मुहैया कराएगी। वैक्सीन का वेस्टेज न होने पाए, यह सुनिश्चित किया जाए।
ऑक्सीजन ऑडिट कराने की तैयारी
आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने की तैयारी है। इसी प्रकार लखनऊ के एकेटीयू, गोरखपुर के एमएमएमयूटी, कानपुर के एचबीटीयू और प्रयागराज के एमएनआईटी से संपर्क कर ऑक्सीजन ऑडिट के कार्य में सहयोग लिया जाएगा। इन संस्थानों को निकटवर्ती जिले आवंटित किए जाएंगे। ऑक्सीजन की मांग-आपूर्ति एवं वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है। इसे प्रभावी बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तरह हाहाकार की स्थिति नहीं
मुख्यमंत्री का दावा है युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तरह हाहाकार की स्थिति नहीं है। ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य है। केंद्र सरकार ने प्रदेश का ऑक्सीजन का आवंटन भी बढ़ा दिया है। इसकी आपूर्ति भी जल्द ही प्रदेश में कराई जाएगी। ऑक्सीजन एक्सप्रेस एवं ऑक्सीजन एयरलिफ्ट कराए जाने से निजी या सरकारी कोविड हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की कमी नहीं है।
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