- राज्य सरकार के अस्पतालों के लिए 600 रुपये मिलेगी वैक्सीन की एक डोज
- निजी क्षेत्र के अस्पतालों को वैक्सीन की एक डोज के लिए खर्च करने पड़ेंगे 1200 रुपये
वैश्विक महामारी काेरोना वायरस का संक्रमण देश में बेकाबू हो चुका है। वायरस के नए संक्रमितों केा आंकड़े रोजाना नए रिकाॅर्ड तोड़ रहे हैं। देश में तीन दिनों में रोजाना तीन लाख से अधिक नए संक्रमित सामने आने से हड़कंप मच गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए प्रयासरत है। इस बेकाबू हालात के बीच राहत भरी खबर सामने आई है। देश में निर्मित कोरोना की स्वदेसी वैक्सीन कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने तीसरे चरण यानी एक मई से शुरू होने वाले वैक्सीनेशन को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन की कीमतों का ऐलान कर दिया है।
सरकार को 600 एवं निजी अस्पतालों को 1200 रुपये प्रति डोज
एक मई से तीसरे चरण का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होगा। इसके लिए भारत बायोटेक ने स्वदेसी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन की प्रति डोज का ऐलान कर दिया है। राज्य सरकार और निजी क्षेत्र के अस्पतालों को अलग-अलग कीमतों पर वैक्सीन मुहैया कराएगी। राज्य सरकार को एक डोज के लिए 600 रुपये खर्च करने पड़ेंगी। वहीं, निजी क्षेत्र के अस्पतालों को एक डोज 1200 रुपये में मिलेगी।
#COVID19 | Following the Govt of India directives, we announce the prices of COVAXIN vaccines - Rs 600 per dose for state hospitals and Rs 1,200 per dose for private hospitals: Bharat Biotech pic.twitter.com/1m8On8mhKD
— ANI (@ANI) April 24, 2021
एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन
देश में एक मई से तीसरे चरण के वैक्सीनेशन की शुरूआत होगी। इस फेज में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लाेगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए कंपनी ने वैक्सीन के दाम निर्धारित कर दिए हैं। भारत बायोटेक ने वैक्सीन की कीमत की घोषणा करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद कोवैक्सीन की कीमतों का ऐलान किया गया है। राज्य सरकार के अस्पतालों के लिए एक डोज की कीमत 600 रुपये और निजी अस्पतालों के लिए एक डोज 1200 रुपये में दी जाएगी।
कई राज्यों में मुफ्त में लगेगी वैक्सीन
कई राज्य सरकारों ने तीसरे फेज में अपने यहां की जनता को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान किया है। इसमें उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई राज्य सरकार पहले ही फ्री में कोरोना वैक्सीनेशन कराने की घोषणा कर चुकी हैं।
देश में फिलहाल दो वैक्सीन, कोवैक्सीन व कोविशील्ड
देश में जनवरी माह में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरूआत हुई थी। इसके लिए देश में दो वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिली थी, जिसमें
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन हैं।
हेल्थ केयर वर्कर से वैक्सीनेशन की शुरूआत
देश में जनवरी माह से हेल्थ केयर वर्कर से काेरोना वैक्सीनेशन की शुरूअता की गई थी। उसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगानी शुरू की गई। दूसरे चरण में 60 और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों और 45-59 वर्ष के क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ितों को वैक्सीन लगाने की शुरूआत की गई। उसके बाद सरकार ने संशोधन करते हुए 45 या उससे अधिक की उम्र के सभी को वैक्सीन लगाने का फैसला किया। उसके बाद से उन सभी का वैक्सीनेशन चल रहा है।
कोविशील्ड की पहले तय हो चुकी कीमतें
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सोमवार को ही वैक्सीन की प्रति डोज के हिसाब से कीमतों का एेलान किया था। कंपनी ने केंद्र और राज्य सरकारों के साथ किए करार के तहत अलग-अलग कीमतें तय की थी। राज्य सरकार के अस्पतालों को वैक्सीन की प्रति डोज 400 रुपये और निजी अस्पतालों के लिए 600 रुपये प्रति डोज तय की थी। राज्य और केंद्र सरकार के लिए अलग-अलग कीमतें होने की वजह से विवाद गहराने लगा था। इस पर सीरम इंस्टीट्यूट ने सफाई दी थी।
if you have any doubt,pl let me know