लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में ली अंतिम सांस
प्रयागराज स्थित रसूलाबाद घाट पर होगा शाम को अंतिम संस्कार
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, प्रयागराज
गुजरात और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रहे 85 वर्षीय जस्टिस अंशुमान सिंह ने सोमवार भोर चार बजे लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में अंतिम सांस ली। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका पार्थिव शरीर प्रयागराज स्थित जार्जटाउन के निवास स्थान पर लाया जा रहा है। उनके निधन की जानकारी मिलते ही निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालोंं का तांता लग गया। जस्टिस अंशुमान सिंह राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे थे। उनका अंतिम संस्कार शाम को प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर किया जाएगा।
जस्टिस अंशुमान सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की उपाधि मिलने के बाद 1957 में जिला अदालत में वकालत शुरू की थी। वर्ष 1968 से वह हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। उनकी सिविल और सर्विस मामलों में अच्छी पकड़ थी। वह वर्ष 1984 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बने थे। वर्ष 1994 में वरिष्ठ न्यायाधीश के रूप में राजस्थान हाईकोर्ट स्थानांतरण हो गया था।
सेवानिवृत्त होने के बाद 17 अप्रैल 1998 को गुजरात के राज्यपाल बनाए गए। राज्यपाल के रूप में ही उनका 16 जनवरी 1999 को राजस्थान स्थानांतरण हुआ। यहां वह 13 मई 2003 तक राज्यपाल रहे। इस दौरान उन्होंने वहां जयपुर में भी निवास बना लिया था।
पिछले साल कोरोना की वजह से अमेरिका से आए बेटे को उन्होंने एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया था। वह संविधान के अच्छे जानकारों में थे। जस्टिस अंशुमान सिंह के निधन की खबर से कानूनविदों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके दो पुत्र हैं।
if you have any doubt,pl let me know