दिनांक 03 मार्च 2021
दिन - बुधवार
विक्रम संवत - 2077
शक संवत - 1942
अयन - उत्तरायण
ऋतु - वसंत
मास - फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - माघ)
पक्ष - कृष्ण
तिथि - पंचमी रात्रि 12:21 तक तत्पश्चात षष्ठी*
नक्षत्र - स्वाती 04 मार्च रात्रि 01:36 तक तत्पश्चात विशाखा
योग - ध्रुव 04 मार्च रात्रि 02:41 तक तत्पश्चात व्याघात
राहुकाल - दोपहर 12:51 से दोपहर 02:19 तक
सूर्योदय - 06:58
सूर्यास्त - 18:42
(सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे जिलेवार अंतर संभव है)
दिशाशूल - उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
पंचक
11 मार्च प्रात: 9.19 बजे से 16 मार्च प्रात: 4.45 बजे तक
7 अप्रैल दोपहर 3 बजे से 12 अप्रैल प्रात: 11.30 बजे तक
जया एकादशी मंगलवार, 23 फरवरी 2021
विजया एकादशी मंगलवार, 09 मार्च 2021
आमलकी एकादशी गुरुवार, 25 मार्च 2021
24 फरवरी: प्रदोष व्रत
10 मार्च: प्रदोष व्रत
26 मार्च: प्रदोष व्रत
माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार
फाल्गुन पूर्णिमा 28 मार्च, रविवार
फाल्गुनी अमावस्या- शनिवार, 13 मार्च 2021.
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