Fire in Kanpur's cardiology, two elderly patients died : कानपुर के कार्डियोलॉजी में आग, दो बुजुर्ग मरीजों की मौत

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  • लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान के क्रिटिकल केयर यूनिट के स्टोर में शार्ट सर्किट से लगी आग
  • कानपुर के कमिश्नर ने एक मौत होने की की पुष्टि, मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया, जांच के दिए आदेश


आग ने कार्डियोलॉजी में यूं मचाई तबाही।

प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, कानपुर 


उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट संस्थानों में शुमार लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) के क्रिटिकल केयर यूनिट के स्टाेर रूम में सुबह साढ़े सात बजे आग लगने से चीख-पुकार मच गई। अस्पताल के भवन में धुआं भरने से भगदड़ मच गई। खिड़कियां न होने पर धुआं निकालने के लिए शीशे तोड़ने पड़े। मरीजों को आनन-फानन बाहर निकालने लगे। धुएं में दम घुटने से दो बुजुर्ग मरीजों ने दम तोड़ दिया। फायर ब्रिग्रेड की नौ गाड़ियों को आग बुझाने में लगाया गया। वहीं, मरीजों को कार्डियोलॉजी की नई ओपीडी बिल्डिंग, हैलट अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। कानपुर के कमिश्नर ने एक मौत की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।




कार्डियोलॉजी के मुख्य भवन के सीसीयू के पीछे स्टोर रूम में सुबह 7.30 बजे शार्ट सर्किट से आग लग गई। यहां कार्यरत कार्डियक आइसीयू टेक्नीशियन ने धुआं देखते ही कर्मचारियों को सूचित किया। इमरजेंसी प्रभारी डॉ. उमेश्वर पांडेय को सूचना दी गई। पुलिस, फायर एवं अन्य अधिकारियों को अवगत कराया गया। इस बीच आग सीसीयू एवं संस्थान के दाहिनी हिस्से में फैल चुकी थी। पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। धुआं भरते ही कुछ दिखाई नहीं पड़ने पर तीमारदारों में भगदड़ मच गई।
इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. विनय कृष्ण, डॉ. राकेश वर्मा, इमरजेंसी प्रभारी डॉ. उमेश्वर पांडेय भी वहां पहुंचे। पुलिस आयुक्त असीम अरुण, जिलाधिकारी आलोक कुमार तिवारी, अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और हालात का जायजा लिया।


खिड़की नहीं, शीशे तोड़ने पड़े


खिड़की का शीशा तोड़ते कर्मचारी।

कार्डियोलॉजी की पूरी बिल्डिंग वातानुकूलित है। इसमें एक खिड़की नहीं है, बल्कि मोटे-मोटे कांट से खिड़कियों को पैक कर दिया गया है। जब धुआं भरने पर चीख-पुकार मच गई। कर्मचारियों ने धुआं निकालने के लिए लोहे की राड से शीशे तोड़ने में जुट गए। साथ ही मरीजों को बाहर निकाला जाने लगा।


परिवारीजन का आरोप, मरीजों ने तोड़ा दम


धुआं भरने पर हमीरपुर के राठ निवासी 60 वर्षीय टेकचंद्र वेंटीलेटर पर थे। उनके परिवारीजन ने आरोप लगाया है कि दम घुटने से उनकी मौत हुई है। इसी प्रकार कानपुर के सिविल लाइंस निवासी 60 वर्षीय इमाम अली की सांसें थम गईं। उनके परिवारीजन ने हंगामा भी किया। उनका आरोप है कि धुएं में दम घुटने से मौत हुई है। इसके अलावा रसूलन बीबी समेत दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।


संस्थान का दावा एक भी मौत नहीं


कार्डियोलाॅजी में मौजूद कमिश्नर डॉ. राजशेखर, डीएम आलोक तिवारी, प्राचार्य प्रो. आरबी कमल एवं निदेशक डाॅ. विनय कृष्ण।

कार्डियोलॉजी की ओर से जारी विज्ञप्ति में एक भी मौत न होने का दावा किया गया है। एक मरीज की मौत 6.55 बजे तथा दूसरे की मौत का समय 9.20 बजे दिखाया है। हकीकत का पता लगाने के लिए जिला प्रशासन ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।


अग्निमशन ने बुझाई आग, चार घंटे तक घुटन


अग्निशमन विभाग की नौ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और आग बुझाई। तब तक जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल भी वहां पहुंच गए। आग लगने के चार घंटे बाद तक पूरी बिल्डिंग में धुआं भरा था। भीषण घुटन थी, जिसमें सांस लेना मुश्किल हो रहा था।


नई बिल्डिंग और हैलट भेजे मरीज



कार्डियोलॉजी से सामान्य मरीजों को वहां की नई बिल्डिंग में भेजा गया। प्राचार्य ने सीएमओ से बात करके 12 एंबुलेंस का इंतजाम कराया। बारी-बारी से 35 गंभीर मरीजों को हैलट के आइसीयू एवं वार्ड तीन में आइसीयू तैयार कराकर भर्ती कराया। जहां फिलहाल सभी सुरक्षित हैं।



फैकल्टी, एसआर एवं जेआर ने संभाली कमान



जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल का आदेश मिलते ही कॉलेज की पूरी फैकल्टी, सीनियर रेजीडेंट और जूनियर रेजीडेंट ने कमान संभाल ली। उप प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरि अपनी टीम के साथ मरीजों के इलाज एवं देखभल में जुट गईं।


न्यूरो साइंस सेंटर में चलेगी कार्डियोलॉजी ओपीडी



प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि हैलट परिसर स्थित न्यूरो साइंस सेंटर में फिलहाल कार्डियोलॉजी की ओपीडी चलेगी। न्यूरो साइंस सेंटर को खोलकर आवश्यक तैयारी करा दी है। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर वहां का इंतजाम देखने गए। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल एवं उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि ने उन्हें पूरी तैयारियों से अवगत कराया। जहां मरीजों को भर्ती कराया गया है।

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