- जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद कुलपति प्रो. राजकुमार ने की कार्रवाई
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत सहायक प्रोफेसर डॉ. समीर सर्राफ को वित्तीय अनियमितता एवं नियमों का उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
इसकी जानकारी विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुरेश चंद शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत डॉ. समीर सर्राफ ने मरीजों को लगने वाले पेसमेकर व अन्य सामान की आपूर्ति में कंपनियों से मिलकर अधिक दरों पर आपूर्ति कराई थी और धन की वसूली की थी। मामले में शिकायत होने पर जांच कमेटी का गठन किया गया था जिसमें कार्डियोलॉजी विभाग के अधीक्षक डॉ. अमित सिंह, चिकित्साधीक्षक प्रो. डॉ. आदेश कुमार व उपजिलाधिकारी सैफई हेम सिंह को शामिल किया गया था।
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में डॉ. समीर सर्राफ को दोषी पाया है। उन्होंने बताया कि पत्रावलियों में जांच के दौरान कुलपति प्रो. राजकुमार ने उन्हें नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया और निलंबित कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले की एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई है जो मामले की व्यापक जांच करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि डॉ. समीर सर्राफ की एक शिकायत और भी की गई है जिसकी जांच की जा रही है।
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