कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बनाए गए कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में लापरवाही शुरू हो गई है। इस वजह से 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग और 45-59 वर्ष के क्रॉनिक बीमारी से पीड़ितों को वैक्सीन लगवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। इसी तरह हेल्थ वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को भी घंटों इंतजार कराया जा रहा है। गुरुवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (अर्बन पीएचसी) रामबाग की कंप्यूटर ऑपरेशन बिना बताए गायब हो गई। वहीं, गोविंद नगर स्थित जागेश्वर अस्पताल के सेंटर पर महज एक वैक्सीनेटर होने से बड़ी संख्या में लोग लौटा दिए गए।
अर्बन पीएचसी रामबाग की कंप्यूटर ऑपरेटर सेंटर की डॉक्टर को बिना बताए चली गई। वहां बड़ी संख्या आमजन, हेल्थ एवं फ्रंटलाइन वर्कर वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच गए। दोपहर से कंप्यूटर ऑपरेटर गायब थी। डॉक्टर हाथ धरे बैठी रहीं। वहां बुजुर्ग, बीमारी एवं दूसरी डोज लगवाने के लिए आए कर्मचारी घंटों खड़े रहे। जब अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता पहुंची। तब खलबली मची। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने दर्शन पुरवा से ऑपरेटर बुलाया तब जाकर शाम चार बजे के बाद वैक्सीन लग सकी। एक कर्मचारी ने सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की है।
गोविंद नगर के जागेश्वर अस्पताल स्थित अर्बन पीएचसी के सेंटर में आमजन, हेल्थ वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाने के लिए दौड़ाया जा रहा है। गुरुवार सुबह 10 बजे बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। डॉक्टर ने एक वैक्सीनेटर होने की बात बताते हुए हाथ खड़े कर दिए।
वहां सेवा शिविर में मौजूद भाजपा पार्षद नवीन पंडित को जब पता चला तो वहां पहुंच गए। पार्षद का आरोप है कि आमजन के वैक्सीनेशन का जायजा लेने सीएमओ यहां नहीं आए हैं। उनकी लापरवाही से व्यवस्था गड़बड़ाई है। पार्षद का आरोप है कि 500 में से सिर्फ 170 को वैक्सीनेशन लग सकी। दूसरी डोज लगवाने आए फ्रंटलाइन वर्कर को लौटा दिए गए। उनका आरोप है कि सीएमओ भी नहीं उठाते हैं। उनकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से करेंगे।
सीएमओ का नहीं उठा फोन, एडी से शिकायत
जब सीएमओ को फोन किया तो उनका फोन नहीं उठा। उन्होंने न ही एसएमएस का जवाब दिया। इस पर अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जीके मिश्रा से शिकायत की गई। उनका कहना था कि इस समस्या के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है।
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