Uttarakhand Update उत्तराखंड : रैणी में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ से तबाही, ऋषिगंगा हाईड्रो प्रोजक्ट के 150 कामगार लापता, सेना व एनडीआरएफ मदद में जुटी

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प्रारब्ध न्यूज डेस्क, लखनऊ


उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आने से भारी ताबही मचाई है। चमोली से हरिद्वार तक खतरा मंडरा रहा है। सूचना पर प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हो गई है। वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। वहीं, ऋषिगंगा परियोजना में कार्यरत 150 कामगार के लापता होने की सूचना है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करके और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है। सेना और एनडीआरएफ को मदद में लगाया गया है। सेना के हैलिकॉप्टर लगाए गए हैं। हादसे से जुड़े अपडेट्स के लिए जुड़े रहें :-



ऋषिगंगा परियोजना के 150 से अधिक कामगार प्रभावित


राज्य के आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने पीटीआई को बताया कि ऋषिगंगा ऊर्जा परियोजना में काम करने वाले 150 से अधिक कामगार संभवत: इस प्राकृतिक आपदा से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, 'ऊर्जा परियोजना के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया है कि परियोजना स्थल पर मौजूद रहे 150 कामगारों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है।'


कांग्रेस के साथी राहत कार्य में हाथ बटाएं


कांग्रस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उत्तराखंड की जनता के साथ हैं। राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दें। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएं।'



यह प्राकृतिक आपदा है


केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'यह एक ऐसी त्रासदी है जो बेहद चौंकाने वाली है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि उत्तराखंड सरकार की हर मदद की जाएगी। इससे कोई संकोच नहीं किया जाएगा।'


आईटीबीपी के जवान कर रहे हैं नुकसान का आकलन

आईटीबीपी के जवान तपोवन और रैणी गांव के उस इलाके में नुकसान का आकलन कर रहे हैं जहां आज बाढ़ आई है।


सेना मुख्यालय कर रहा निगरानी


भारतीय सेना ने कहा, 'भारतीय सेना ने बाढ़ से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार और एनडीआरएफ का साथ देने के लिए हेलिकॉप्टरों और सैनिकों को तैनात किया है। ऋषिकेश के निकट सैन्य स्टेशन सक्रिय रूप से स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव और राहत कार्यों के समन्वय में शामिल है। सेना मुख्यालय स्थिति की निगरानी कर रहा है।'


200 से अधिक जवान कर रहे हैं काम


आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने कहा, '200 से अधिक जवान स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। स्थिति का आकलन करने के लिए एक टीम मौके पर मौजूद है। लोगों को जागरूक करने और बाहर निकालने के लिए जोशीमठ के पास एक और टीम तैनात की गई है। स्थिति नियंत्रण में है।'



सेना मुख्यालय कर रहा है स्थिति की निगरानी


भारतीय सेना ने कहा, 'भारतीय सेना ने बाढ़ से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार और एनडीआरएफ का साथ देने के लिए हेलिकॉप्टरों और सैनिकों को तैनात किया है। ऋषिकेश के निकट सैन्य स्टेशन सक्रिय रूप से स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव और राहत कार्यों के समन्वय में शामिल है। सेना मुख्यालय स्थिति की निगरानी कर रहा है।'


जोशीमठ के पास एक और टीम तैनात 


आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने कहा, '200 से अधिक जवान स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। स्थिति का आकलन करने के लिए एक टीम मौके पर मौजूद है। लोगों को जागरूक करने और बाहर निकालने के लिए जोशीमठ के पास एक और टीम तैनात की गई है। स्थिति नियंत्रण में है।'



कैबिनेट सचिवालय में बुलाई बैठक


उत्तराखंड के चमोली में राहत कार्यों को लेकर कैबिनेट सचिवालय में एक बैठक बुलाई गई है। बैठक में महानिदेशक और गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे।


भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं उत्तराखंड में हुई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और वहां सभी की सुरक्षा के लिए राष्ट्र प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों पर अपडेट प्राप्त कर रहा हूं।'

 

बचाव कार्य के लिए वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर


भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने कहा, 'बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में मदद के लिए देहरादून और आस-पास के क्षेत्रों में वायुसेना के दो एमआई-17 और एक एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टर सहित तीन हेलिकॉप्टर को तैनात किया गया है। जमीन पर आवश्यकता के अनुसार अधिक विमान तैनात किए जाएंगे।'




पीएम ने सीएम से की बात


प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, असम में रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सीएम टीएस रावत और अन्य शीर्ष अधिकारियों से बात की। उन्होंने बचाव और राहत कार्यों का जायजा लिया। अधिकारी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।



एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को किया जाएगा एयरलिफ्ट


एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा, 'ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा नदी प्रभावित हुई है और बाढ़ के कारण बीआरओ द्वारा बनाया जा रहा पुल बह गया है। ऋषिगंगा परियोजना की अपर रीच भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे चमोली, जोशीमठ और अन्य बहाव क्षेत्र प्रभावित होंगे। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें पहले से ही जोशीमठ में तैनात हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) पहले ही देहरादून से जोशीमठ स्थानांतरित हो चुका है। हम दिल्ली से देहरादून के बाद जोशीमठ तक 3-4 और टीमों को एयरलिफ्ट करने की आयोजन बना रहे हैं।'



देवभूमि को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी



केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के महानिदेशकों से बात की है। सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गई हैं। देवभूमि को हर संभव मदद दी जाएगी। एनडीआरएफ की कुछ और टीमें दिल्ली से एयरलिफ्ट करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहां की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं।'



100-150 लोगों के हताहत होने की खबर


चमोली जिले में आई बाढ़ के चलते 100-150 लोगों के हताहत होने की आशंका है। यह जानकारी उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने दी।



मुख्यमंत्री ने कहा- जनहानि की सूचना नहीं


मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अभी तक किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।



पीएम मोदी ने सीएम रावत से की बात


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत से फोन पर बात की।



अमित शाह ने बाढ़ की जानकारी ली


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उत्तराखंड के मुख्य सचिव, केंद्रीय गृह सचिव और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के साथ समन्वय और राहत का जारी है। वायु सेना और अन्य आपदा राहत बल को स्टैंडबाय पर रखा गया है।



नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा का बहाव हुआ सामन्य


मुख्यमंत्री रावत ने कहा, 'राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।'


शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात


चमोली में आई आपदा के मद्देनदजर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की। इसके अलावा उन्होंने आईटीबीपी के डीआईजी से भी बात की।



गृह राज्यमंत्री ने तीन टीमों को देहरादून से किया रवाना


धौलीगंगा में बड़े पैमाने पर आई बाढ़ कोलेकर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा, 'आईटीबीपी की दो टीमें मौके पर पहुंचीं हैं। एनडीआरएफ की तीन टीमों को देहरादून से रवाना किया गया है और 3 अतिरिक्त टीमें शाम तक वायुसेना के हेलिकॉप्टर की मदद से वहां पहुंचेंगी। एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन पहले से ही मौके पर मौजूद है।





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