Uttarakhand Update : अब तक 10 शव बरामद, 150 से अधिक मजदूरों की मौत की आशंका

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  • सीएम त्रिवेंद्र ने किया चमोली का दौरा, लोगों से की धैर्य रखने की अपील



प्रारब्ध न्यूज डेस्क, लखनऊ


उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर फटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई। चमोली से हरिद्वार तक खतरा है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं को मदद करने के लिए कहा गया है। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा अबतक दस लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि काम वाले जगह पर 100 से अधिक मजदूर मौजूद थे। जिनमें से 10 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है। 250 से अधिक आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं। उधर, मुख्यमंत्री ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है।


राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जताया दुख


राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि जोशीमठ, उत्तराखंड के पास ग्लेशियर के फटने की घटना से बहुत चिंतित हूं। लोगों की सुरक्षा के लिए कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि राहत टीम जल्द से जल्द इस मुसीबत से पार पा लेंगे। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के हल्दिया में उत्तराखंड त्रासदी पर दुख जताते हुए कहा कि मां गंगा का उद्गम स्थल उत्तराखंड इस समय आपदा का सामना कर रहा है। ग्लेशियर टूटने से वहां नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मैं उत्तारखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भारत सरकार के गृह मंत्री से लगातार संपर्क में हूं। पीएम ने कहा कि राहत एवं बचाव का कार्य चल रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मेडिकल सुविधाओं में कमी न हो, इसपर जोर दिया जा रहा है।



डीजीपी बोले, फिलहाल बाढ़ का खतरा टला



उत्तराखंड में त्रासदी की घटना के बीच राहत भरी खबर आ रही है। राज्य के डीजीपी ने जानकारी दी है कि बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर से नदी का बहाव सामान्य हो गया है। वहीं देवप्रयाग और निचले इलाकों में भी खतरा टल गया है। जबकि बचाव दल ने तपोवन डेम में फंसे 16 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।


दो टीम गाजियाबाद से एनडीआरएफ की रवाना


गाजियाबाद से एनडीआरएफ की दो टीम उत्तराखंड के लिए रवाना हो चुकी है। राहत काम तेज कर दी गई है।


रेनी गांव के पास आवागमन प्रतिबंधित


आईटीबीपी के डीजी के अनुसार रेनी गांव के पास पुल के ढहने के कारण कुछ सीमा पर आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। 



एनटीपीसी लिमिटेड के प्रोजेक्ट को पहुंचा नुकसान


एनटीपीसी लिमिटेड ने जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में तपोवन के पास ग्लेशियर टूटने से हमारे निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है। बचाव अभियान लगातार जारी है।




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