उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) कोई भी मुद्दा या अवसर छोड़ना नहीं चाहती है। इस कड़ी में रविवार को प्रसपा की कानपुर महानगर इकाई के तत्वाधान में कोका कोला चौराहे पर महंगाई एवं बेरोजगारी का प्रतीकात्मक पुतला फूंकाा। इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि मौजूदा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण जीडीपी व बैंक दोनों कठिन घड़ी से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले कभी महंगाई एवं बेरोजगारी इतनी ज्यादा नहीं थी। इस वजह से आमजन का मनोबल टूटने लगा है। सामाजिक न्याय प्रतिदिन पैरों तले कुचला जा रहा है।
सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली मोदी और योगी सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण देश विनाश की ओर अग्रसर है। कोरोना वायरस की दस्तक से पहले ही देश के कई सेक्टर आर्थिक दबाव में थे। गैस पेट्रोल डीजल के दामों की बढ़ोतरी से आम जनमानस का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल साबित हुई है।
महंगाई एवं बेरोजगारी का प्रतीकात्मक पुतला दहन करने के दौरान प्रसपा के महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे का हाथ भी झुलस गया। उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया कराना पड़ा।
हेमलता शुक्ला, हरि कुशवाह, ज्ञानेंद्र यादव, सुनील बाजपेयी, हाजी अयूब आलम, प्रभात गहरवार, पंकज बाथम, ऋषभ वाजपेई, अहमद रफी, पंचानन यादव, सरवन गौतम, अजय शर्मा, राम खिलावन चौरसिया, किसलय दीक्षित, अभिषेक यादव, सचिन जयसवाल, सोहनलाल, कुसुम मिश्रा, धीरज पंडित, उमेश दीक्षित, नितिन पांडे, वरुण गुप्ता, उद्देश बाजपेयी, राजेंद्र खरे, राजू खन्ना, राकेश यादव, सरवन शुक्ला, राघव चंदेल, शैलेंद्र मिश्रा, संदीप कनौजिया, मोहित विद्यार्थी, हाजी अलाउद्दीन वारसी, सुरेंद्र महतो, दीपू पांडेेय, ऋषि दुबे, राकेश रावत, रिंकू बाल्मिकी, सरदार गुरुचरण सिंह आदि मौजूद रहे।
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