17 जनवरी सुबह जब वे अपने पोल्ट्री फार्म पहुंचे तो उन्होंने देखा की अधिकतर मुर्गियां मरी पड़ी हैं, जबकि कुछ तड़प रही है। उन्हें बर्ड फ्लू की आशंका हुई। तत्काल टिहरी जिला प्रशासन को सूचना दी।
मुर्गियों के सैंपल लिए गए
जहां मुर्गियां मरीं हैं,वह पोल्ट्री फार्म टिहरी जिले के सीमान्त क्षेत्र घनसाली के धोपड़धार में है। इसके मालिक शिव शरण हैं, जो मुंबई (Mumbai) में एक होटल में काम करते थे। कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में उन्हें घर लौटना पड़ा था। यहां आकर उन्होंने पोल्ट्री फार्म खोला। इसी से अपनी आजीविका चला रहा थे। 17 जनवरी की सुबह जब वे अपने पोल्ट्री फार्म पहुंचे तो उन्होंने देखा की फार्म में अधिकतर मुर्गियां मरी पड़ी हैं, जबकि कुछ तड़प रही थीं। उन्हें बर्ड फ्लू की आशंका हुई। उन्होंने प्रशासन को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग और पशु चिकित्सा विभाग की टीम को मौके पर भेजा। टीम के सदस्य वहां पहुंचे उन्होंने मरी हुई मुर्गियों के सैंपल लिए और उन्हें दफनाया।
लोन चुकाने की चिंता में डूबा पोल्ट्री फार्म मालिक
उत्तराखंड में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन भी एलर्ट है। एहतियातन रैंडम सैंपलिंग कराई जा रही है। पोल्ट्री फार्म मालिक शिव शरण का कहना है कि बैंक लोन और अपनी जमा पूंजी उन्होंने पोल्ट्री फार्म में लगाई थी। अब तक 100 से अधिक मुर्गियां बीमार हैं। जो धीरे-धीरे मर रही हैं इसकी वजह से उन्हें भारी नुकसान हो गया है। अब किस तरह बैंक की किस्त अदा करेंगे। उनके सामने एक बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। वे कहते हैं कि उनके पास आमदनी का कोई दूसरा साधन भी नहीं है।
जांच के लिए सैंपल भेजे गए
इस मामले में एसडीएम घनसाली संदीप तिवारी का कहना है कि वन विभाग और पशु चिकित्साधिकारी की टीम द्वारा मौके पर जाकर मुर्गियों का सैंपल लिया गया है। मरी हुई मुर्गियों को दफन भी कर दिया गया है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हो पाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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