Big News : मां ने आत्मघाती कदम उठाया, स्वयं व मासूम बेटे को पिलाया कांच का पाउडर

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  • मासूम गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती, कलह के चलते हुई घटना
  • मृतक की मां को बाजार से घर लौटने पर हुई मामले की जानकारी



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, हमीरपुर


जिले के ललपुरा थाना क्षेत्र के सहुरापुर गांव में मायके में रह रही महिला ने अपने पांच वर्षीय मासूम के साथ आत्मघाती कदम उठा लिया। कांच का पाउडर पीसकर स्वयं और अपने पांच वर्षीय मासूम को पिला दिया। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई, जबकि मासूम की हालत गंभीर है।



शहर के ब्रम्हा के डेरा निवासी 30 वर्षीय महिला सीमा पांच माह से पारिवारिक कलह के चलते मायके ललपुरा थानाक्षेत्र के सहुरापुर गांव में रह रही थी। बुधवार सुबह उसने स्वयं व अपने पांच वर्षीय मासूम कल्लू को कांच का पाउडर पीसकर पिला दिया। पाउडर पीने के कुछ देर बाद दोनों की हालत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई, जबकि मासूम की हालत गंभीर है।


मोर्चरी में रखा शव, मायके-ससुराली भिड़े


मौत के बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया। वहीं, मृतका के ससुराली एवं मायके पक्ष के बीच आपस में विवाद होने लगा। मृतका की मां मर्री ने बताया कि वह गांव के प्राथमिक विद्यालय में रसोइया है। काम से बाजार गई थी। उसका भाई कालीचरन गांव में घूम रहा था। तभी बेटी ने कांच का पाउडर पी लिया। अचेत अवस्था में देखकर जिला अस्पताल लेकर आए, जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, नाती की हालत गंभीर है। बेटी के दो बेटे व एक साढ़े सात माह की बेटी है। जिसका बराहौ संस्कार बीते एक जनवरी को किया था, जिसमें ससुराल पक्ष से कोई नहीं आया था। इसको लेकर बेटी परेशान थी। इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया।


पति करता था मारपीट


सीमा का पति शराब पीकर अक्सर मारपीट करतास था। इसके चलते पांच माह पहले उसे मायके बुला लिया था। मृतका की सास सुदामा ने बताया कि उसका पति सूरत में काम करता है। इस समय वह वहीं है। मायके पक्ष ने उन्हें घटना की पहले जानकारी नहीं दी। बहू की मौत के बाद फोन पर सूचना दी गई। तीन-चार साल से वह अलग रह रही थी।


मासूम की हालत भी गंभीर


इमरजेंसी के डाॅ. एके सिंह ने बताया कि महिला ने खुद व अपने पांच वर्षीय बेटे को कांच का पाउडर खिलाया है। महिला की मौत हो गई। वहीं, बच्चे को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है। आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण स्वजन बच्चे को कानपुर ले जाने को तैयार नहीं है, बच्चे का इलाज जिला अस्पताल में ही चल रहा है।


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