Covid-19 : कोरोना वैक्सीन लगाने को मतदान केंद्र की तर्ज पर बनेंगे बूथ

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  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य को कोविड-19 टीकाकरण के लिए चुनाव, पाेलियो समेत राष्ट्रीय टीकाकरण के तर्ज पर तैयारी की दी सलाह

प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ


कोरोना वायरस महामारी से बचाव की एकमात्र विकल्प फिलहाल काेरोना वैक्सीन की नजर आ रही है। देश में फिलहाल कोरोना वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। ज्यों-ज्यों ट्रायल के चरण बीत रहे हैं, वैक्सीन लगाने की तैयारी भी जोर पकड़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने के मतदान केंद्र की तर्ज पर टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे।


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्य सरकारों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए चुनाव एवं पाेलियो समेत राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तर्ज पर तैयारी करने की सलाह दी है। इन बूथों के लिए तीन कमरे होने जरूरी हैं, उसमें एक कक्ष में वैक्सीन लगाने का इंतजाम होगा। एक कक्ष में वेटिंग एरिया और एक कक्ष को आब्जर्वेशन एरिया बनाया जाएगा।


डॉक्टर की अगुवाई में सदस्यीय टीम


वैक्सीन लगाने के लिए प्रत्येक बूथ में चार सदस्यीय टीम मौजूद रहेगी। इसकी अगुवाई डॉक्टर करेंगे, टीम में स्टॉफ नर्स, फार्मासिस्ट, एएनएम होंगी। साथ में सुरक्षा के लिए एक होमगार्ड का जवान भी होगा। एक टीम एक बूथ पर 100 लोगों का वैक्सीनेशन करेगी।


आधा घंटा निगरानी, तब जाएंगे घर


वैक्सीन लगाने के बाद प्रत्येक व्यक्ति को आधा घंटे तक आब्जर्वेशन एरिया में रखा जाएगा। उसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि नई वैक्सीन है। ट्रायल में कोई शिकायत भी नहीं मिली है, फिर भी एहतियातन ऐसा किया जाएगा।


नीति आयोग ने तैयार की योजना


स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक केंद्र सरकार और नीति आयोग ने मिलकर कोविड-19 वैक्सीनेंशन की कार्य योजना तैयार की है। इसमें वैक्सीन के भंडारण, कोल्ड चेन, वितरण व टीकाकरण को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से भी नीति आयोग व केंद्र की बनाई योजना पर चर्चा की थी।


सभी का डाटा भी कराया जाएगा तैयार


स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो प्रत्येक बूथ पर मेडिकल टीम के अलावा अलावा एक सहायक रखा जाएगा। जाे वैक्सीन लगवाने वालों का डाटा और रिकॉर्ड तैयार करेगा। लॉजिस्टिक के लिए अलग इंतजाम किए जाएंगे।


एसएमएस से मिलेगी जानकारी


बूथ पर भीड़ प्रबंधन के लिए दो से तीन लोग लगाए जाएंगे। यह मानव संसाधन एनसीसी या फिर अन्य स्वयंसेवक हो सकते हैं। टीकाकरण लाभार्थी को पंजीकरण की जानकारी एसएमएस से दी जाएगी। टीका लगने के बाद क्यू आर बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

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