- उत्तर प्रदेश खाद्य पदार्थ उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी सांसद सत्यदेव पचौरी से मिले
- व्यापारियों ने उठाई समस्या, सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात करने का दिया आश्वासन
सांसद को ज्ञापन देते व्यापारीगण।
दिल्ली की जगह कानपुर में ही अमानकीकृत खाद्य पदार्थों के लाइसेंस बनाने की मांग व्यापारियों ने उठाई है। अपनी मांगों काे लेकर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल सांसद सत्यदेव पचौरी से मिला। उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। साथ ही सकारात्मक पहल करने का अनुरोध किया। सांसद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया है।
रविवार को उत्तर प्रदेश खाद्य पदार्थ व्यापार मंडल के पदाधिकारी सांसद सत्यदेव पचौरी से मिले और अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया। उनका कहना था कि मिठाई, नमकीन, कचरी, चिप्स, पापड़ आदि अमानकीकृत खाद्य पदार्थों की श्रेणी में आते हैं। अक्टूबर माह तक लाइसेंस शहर में ही बनते थे, लेकिन एक नवंबर से लाइसेंस दिल्ली में बनने लगे हैं।
इस व्यवसाय में छोटे-छोटे कारोबारी जुड़े हुए हैं। दिल्ली में लाइसेंस बनने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस समस्या से अवगत कराने के लिए व्यापारियों ने रविवार को सांसद सत्यदेव पचौरी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। व्यापारियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन भी सांसद को दिया। सांसद ने आश्वासन दिया कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक समस्या पहुंचाएंगे। जरूर पड़ी तो संसद में बात भी उठाएंगे।
व्यापारियों ने कहा कि लाइसेंस को दिल्ली में बनाने के निर्देश आने के बाद सिर्फ कानपुर नहीं पूरे प्रदेश के व्यापारी परेशान होंगे। इस निर्णय से कानपुर के 10 हजार से अधिक व्यापारी प्रभावित हुए हैं। जिन व्यापारियों को 100 रुपये लाइसेंस शुल्क देना होता था। अब उन्हें 7,500 रुपये लाइसेंस शुल्क देना होगा।
सांसद से मिलने वाले व्यापारियों में व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्र, अजय बाजपेई, राजे गुप्ता, रोशन गुप्ता, गुरजिंदर सिंह, अजय गुप्ता राजू, अनुराग साहू, जितेंद्र सिंह, जय कुमार शर्मा, लक्ष्मन दास अमरनानी, अमित उपाध्याय, अरविंद गुप्ता, राजेश गुप्ता, अखिलेश गुप्ता, विकास गुप्ता, राजा गुप्ता, प्रखर श्रीवास्तव, राहुल भाटिया रहे।
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